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हर चुनाव स्टॉपेज का मुद्दा, नहीं रुकती है यहां ट्रेन

लक्सर रेलवे स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज की क्षेत्र की जनता की मांग वर्षों से अधूरी है। हर चुनाव में जनता की मांग को मुद्दा तो बनाया जाता है लेकिन बाद यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला जाता है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 03:20 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 03:20 PM (IST)
हर चुनाव स्टॉपेज का मुद्दा, नहीं रुकती है यहां ट्रेन
हर चुनाव स्टॉपेज का मुद्दा, नहीं रुकती है यहां ट्रेन

हरिद्वार, जेएनएन। लक्सर रेलवे स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों के स्टॉपेज की क्षेत्र की जनता की मांग वर्षों से अधूरी है। हर चुनाव में जनता की मांग को मुद्दा तो बनाया जाता है, लेकिन चुनाव के बाद यह मुद्दा ठंडे बस्ते में चला जाता है। लोग चुनाव में इस मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों से जवाब मांगने की तैयारी कर रहे हैं। 

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लक्सर रेलवे स्टेशन उत्तराखंड के प्रमुख स्टेशनों में शामिल है। बावजूद इसके यहां सुविधाएं जीरो हैं। लक्सर से रोजाना बड़ी संख्या में लोग शिक्षा और रोजगार आदि के लिए हरिद्वार, देहरादून, रुड़की सहारनपुर, मुरादाबाद आदि स्टेशनों के लिए यात्र करते हैं लेकिन प्रमुख ट्रेनों का स्टॉपेज नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्र की जनता ने पिछले कई वर्षों से देहरादून उज्जैनी एक्सप्रेस, हरिद्वार बाड़मेर एक्सप्रेस, हेमकुंड एक्सप्रेस, जम्मूतवी एक्सप्रेस आदि ट्रेनों का लक्सर में स्टॉपेज किये जाने की मांग उठायी जा रही है। चुनाव के दौरान जनता की मांग मुद्दा भी बनती है, लेकिन इसके बावजूद इतने वर्ष का समय बीतने के बाद भी इन ट्रेनों का स्टॉपेज यहां नहीं हो सका। हाल ही में चलायी दून नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस का स्टॉपेज लक्सर में नहीं होने से नाराज स्थानीय लोगों ने ट्रेन का लक्सर में स्टॉपेज किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। सांसद से लेकर रेल मंत्रलय को ज्ञापन भी भेजा था लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। 

स्थानीय निवासी राकेश कुमार, प्रशांत चौहान, राजेश कुमार, नरेश कश्यप, डॉ. मनोज कश्यप आदि के अनुसार यदि इन ट्रेनों का लक्सर में स्टॉपेज किया जाए तो रेलवे की आय बढ़ने के साथ ही क्षेत्र की जनता व यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। चुनाव के दौरान प्रत्याशी ट्रेनों का स्टॉपेज कराने के लिए आश्वासन तो देते हैं, लेकिन चुनाव के बाद इसे भूल जाते हैं। क्षेत्र की जनता द्वारा वर्षों से मांग किए जाने के बावजूद आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। चुनाव में वोट मांगने आने वाले प्रत्याशियों से इस बार इस मुद्दे पर जवाब मांगा जायेगा। 

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