दहेज के लिए महिला का उत्पीड़न, तीन तलाक देकर बच्चों के साथ घर से निकाला
एक महिला ने पति पर तीन तलाक देकर घर से निकालने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि ससुराल के लोगों ने उसका काफी दिनों तक उत्पीड़न किया।
रुड़की, जेएनएन। सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला ने पति पर तीन तलाक देकर घर से निकालने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि ससुराल के लोगों ने उसका काफी दिनों तक उत्पीड़न किया। ससुराल के लोगों पर गला दबाकर हत्या करने की कोशिश का भी आरोप लगाया है। महिला ने पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र के केल्हनपुर गांव निवासी एक महिला का विवाह पांच फरवरी 2014 को रामपुर गांव निवासी एक युवक से हुआ था। शादी के कुछ समय बाद युवक ने मकान बेच दिया और पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वह मंगलौर के एक मोहल्ले में रहने लगा। विवाहिता का आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग उसे परेशान करने लगे। उससे कई बार घर से दहेज लाने को कहा गया। कई बार परिजन उनकी मांग पूरी कर चुके हैं।
महिला का आरोप है कि कुछ समय पहले उसके जेठ ने दहेज न लाने पर उसका गला दबाकर उसकी हत्या की कोशिश की, लेकिन किसी तरह से उसकी जान बच गई। इसके बाद भी उसे परेशान किया गया। महिला का आरोप है कि 10 जून 2019 को उसके पति ने उसे तीन तलाक दे दिया। साथ ही उसे उसके चार साल और एक साल के बेटे के साथ घर से निकाल दिया। महिला ने आरोप लगाया कि वह अपने पति के सामने रोई गिड़गिड़ाई, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह के प्रयास भी चले।
करीब दो माह तक यह मामला पंचायत में चलता रहा, लेकिन पति ने उसे रखने से मना कर दिया। जिसके चलते बुधवार को इस मामले में विवाहिता ने सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी। इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि तीन तलाक बिल पास होने के बाद रुड़की में तीन तलाक का यह पहला मामला सामने आया है।
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