शाही स्नान पर यातायात व्यवस्था का ब्लू प्रिंट तैयार, भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद
Haridwar Kumbh Mela शाही स्नान पर यातायात व्यवस्था का ब्लू प्रिंट्र तैयार कर लिया गया। 30 मार्च तक यातायात प्लान पर मुहर लगा दी जाएगी। मेला पुलिस का फोकस 12 से 14 अप्रैल तक लगातार तीन दिन शाही स्नान और पर्व स्नान के बेहतर प्रबंधन पर है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela कुंभ में शाही स्नान पर यातायात व्यवस्था का ब्लू प्रिंट्र तैयार कर लिया गया है। 30 मार्च तक यातायात प्लान पर मुहर लगा दी जाएगी। मेला पुलिस का फोकस 12 से 14 अप्रैल तक लगातार तीन दिन शाही स्नान और पर्व स्नान पर भीड़ और यातायात के बेहतर प्रबंधन पर है।
शनिवार को डीजीपी अशोक कुमार ने मेला आइजी संजय गुंज्याल और कुंभ पुलिस के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक में ट्रैफिक प्लान पर चर्चा की। पैदल यातायात, वाहन यातायात, शटल बस आदि की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। अपने अनुभव के आधार पर आवश्यक निर्देश भी दिए। कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि शाही स्नान पर पुलिस का फोकस इस बात पर है कि शहर में पैदल यातायात का बेहतर प्रबंधन किया जाए।
श्रद्धालु आसानी से गंगा घाटों पर पहुंच सकें, इसके लिए वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं। शाही जुलूस के मार्गों पर कोई अवरोध न हो और अखाड़ों के स्नान के दौरान हरकी पैड़ी को समय से कैसे खाली कराया जाए, इसके लिए भी माकूल कसरत की जा रही है। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु जल्द से जल्द वापस जा सकें, इसके लिए ट्रेन, शटल बस और रोडवेज बसें आसानी से उपलब्ध रहेंगी। आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि यातायात व्यवस्था का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है।
पार्किंग का करें भरपूर उपयोग
हरिद्वार कुंभ के सीओ यातायात प्रकाश देवली ने बताया कि शाही स्नान पर पार्किंग का भरपूर इस्तेमाल किया जाएगा। कई बार बेतरतीब वाहन खड़े होने पर पार्किंग में जगह बेकार होती है। इसलिए पार्किंग में तैनात पुलिसकर्मियों को यह निर्देश दिया जाएगा कि वाहन ठीक प्रकार खड़े कराते हुए पार्किंग का भरपूर इस्तेमाल किया जाए।
भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद
प्रदेश सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार एक अप्रैल से कुंभ की विधिवत शुरुआत होने जा रही है। 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या, 13 अप्रैल को चैत्र शुक्ल प्रतिपदा व 14 अप्रैल को मेष सक्रांति और वैशाखी स्नान पर्व है। इनमें सोमवती अमावस्या और वैशाखी शाही स्नान है, जबकि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का पर्व स्नान है। इसलिए तीनों दिन भीड़ उमड़नी तय है। हालांकि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य की गई है, बावजूद तीनों स्नान पर भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचेंगे।
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