Haridwar Kumbh Mela 2021: कुंभ में जरूरत 450 डॉक्टर की, अब तक मिले 113
Haridwar Kumbh Mela 2021 पहली अप्रैल से कुंभ मेला विधिवत शुरू हो जाएगा लेकिन अब तक अस्थायी अस्पतालों के लिए पर्याप्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ नहीं मिल पाया है। जरूरत 450 डॉक्टरों की है लेकिन अब तक 113 डॉक्टर ही मिल पाए हैं।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 पहली अप्रैल से कुंभ मेला विधिवत शुरू हो जाएगा, लेकिन अब तक अस्थायी अस्पतालों के लिए पर्याप्त डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ नहीं मिल पाया है। जरूरत 450 डॉक्टरों की है, लेकिन अब तक 113 डॉक्टर ही मिल पाए हैं। कुंभ मेला स्वास्थ्य विभाग होली के बाद डॉक्टरों के आने का दावा कर रहा है।
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को मेला स्वास्थ्य विभाग की ओर से पावनधाम के समीप 150 बेड के बेस अस्पताल के अलावा गौरी शंकर और बैरागी कैंप में 50-50 बेड के दो, बेलवाला में 40 बेड का एक, नीलधारा में 30 बेड का एक और पंतद्वीप, रोड़ी बेलवाला, मायापुर और सप्तसरोवर में 20-20 बेड के चार अस्पताल बनने हैं। इतना ही नहीं दस-दस बेड के 11 आउट पोस्ट जिसमें छह रोड साइड और पांच रेलवे स्टेशनों के बाहर बनाए जाने हैं। इसके अलावा नौ जगहों पर दस-दस बेड और एक-एक बेड के अस्थायी अस्पतालों का निर्माण होना है। हैरत की बात यह कि 11 मार्च महाशिवरात्रि स्नान से दो रोज पहले 150 बेड का जो बेस अस्पताल चालू हुआ उसमें भी अब तक मानकों के सापेक्ष डॉक्टर तैनात नहीं हो पाए हैं। बेस अस्पताल प्रभारी डॉ. आरबी सिंह के अनुसार यहां 33 के सापेक्ष 14 डॉक्टर तैनात हैं।
बैरागी कैंप अस्थायी अस्पताल का संचालन करेगा एम्स
बैरागी कैंप में बनाए 50 बेड के अस्थायी अस्पताल का संचालन ऋषिकेश एम्स करेगा। वहीं 20-20 बेड के चार अस्पतालों में से एक अस्पताल का संचालन सुभारती इंस्टीट्यूशन, देहरादून की ओर से किया जाएगा।
475 नर्स में अब तक मिले 143
अस्थायी अस्पतालों के लिए पौने पांच सौ नर्स होने चाहिए। इसमें अब तक 143 ने ड्यूटी ज्वाइन की है। इनमें 24 उप्र से हैं। वहीं 450 फार्मेसिस्टों में 126 की ज्वाइनिंग हो चुकी है। इनमें 45 उप्र से हैं।
डॉ. संजय जैन (कुंभ उप मेला स्वास्थ्य अधिकारी) ने कहा कि कुंभ मेले में 450 डॉक्टर की जरूरत है। इनमें 113 डॉक्टर मिल चुके हैं, जिसमें 24 उप्र के हैं। कर्नाटक की एक एनजीओ की ओर से भी 100 डॉक्टर मुहैया कराए जाएंगे। आयुर्वेदिक के भी 100 चिकित्सक मिलने हैं। उप्र से आने वाले डॉक्टरों की कुल संख्या भी 100 है। होली के बाद डॉक्टर आमद दर्ज करा देंगे।
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