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Haridwar Kumbh 2021: एप बताएगा कौन सा घाट स्नान के लिए खाली, ट्रैफिक प्लान से लेकर ठहरने की मिलेगी पूरी जानकारी

Haridwar Kumbh 2021 कुंभ मेले में एप के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपयोगी जानकारी मिल सकेंगी। श्रद्धालुओं को जरूरी जानकारी के लिए किसी से बात करने की जरूरत नहीं है बस एप डाउनलोड करना है। एप यह भी बताएगा कि फिलहाल किस घाट पर कितनी भीड़ है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 04:07 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 04:07 PM (IST)
Haridwar Kumbh 2021: एप बताएगा कौन सा घाट स्नान के लिए खाली। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh 2021 कुंभ मेले में एप के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपयोगी जानकारी मिल सकेंगी। श्रद्धालुओं को जरूरी जानकारी के लिए किसी से बात करने की जरूरत नहीं है, बस एप डाउनलोड करना है। एप यह भी बताएगा कि फिलहाल किस घाट पर कितनी भीड़ है। अपनी सुविधा के लिहाज से श्रद्धालु उसी घाट पर जाकर स्नान कर सकते हैं। कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि एप बहुत जल्द बनकर तैयार हो जाएगा।

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कुंभ मेले में यूं तो कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं, लेकिन कुंभ मेला प्रशासन की ओर से बनवाया जा रहा एप श्रद्धालुओं के लिए बहुउपयोगी साबित होगा। इस एप में हरकी पैड़ी सहित प्रमुख घाटों की लाइव जानकारी उपलब्ध रहेगी। एप खोलने से यह पता चल सकेगा कि किस घाट पर कितने लोग स्नान कर रहे हैं। इतना ही नहीं, होटल-धर्मशालाओं में कहां-कहां ठहरने के लिए जगह खाली है, यह भी पता लग जाएगा। कुंभ मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि एप से श्रद्धालुओं को रूट से लेकर गंगा घाटों पर भीड़ की स्थिति की बारे में माकूल जानकारी मिलेगी। यह एप कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए काफी मददगार और कारगर साबित होगा।

51 लाख लोग करेंगे सूर्य नमस्कार

अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ मकर संक्रांति पर्व पर भारत के 28 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों के 500 से अधिक जनपदों में एक समय में 51 लाख व्यक्तियों को सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराएगा। इसमें ऑनलाइन 40 से अधिक देशों के लोग भी शामिल होंगे। इसको लेकर महासंघ देशभर में तैयारियां कर रहा है। गुरुवार को गणेशपुर स्थित महासंघ के कार्यालय में महासंघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य व राज्य प्रभारी डॉ. राजेश वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से आयोजित कराने के लिए व्यापक स्तर पर योग में उच्च शिक्षा प्राप्त योग शिक्षकों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

उन्होंने बताया कि शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के लिए ऋषियों के द्वारा किए गए योग मंथन से सूर्य नमस्कार का अविष्कार हुआ। नए वर्ष में नए संकल्प के साथ शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने तथा मानसिक एवं आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए भारत सहित विश्व के अनेक देशों में योग कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है।

महासंघ के राज्य सह प्रभारी व कार्यक्रम संयोजक दिनेश धीमान ने जनपद में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए आयोजन किया जाएगा। साथ ही अन्य छह स्थानों पर ऑफलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

महासंघ द्वारा निर्धारित सूर्य नमस्कार-प्रोटोकॉल का अभ्यास प्रतिभागियों को स्व-क्षमतानुसार करना होगा। इस अवसर पर महासंघ के जिला कार्यक्रम संयोजक रितेश गुप्ता, महिला प्रकोष्ठ जिला प्रभारी प्रीति गर्ग, शशिकांत, गीता कार्की, विकास चौधरी, पार्षद अमित प्रजापति, रोहित, अजय चौहान, शिखा, महक आदि उपस्थित रहे।

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