Move to Jagran APP

संत की कलम से: सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है शाही स्नान का अवसर- स्वामी बालकानंद गिरी

Haridwar Kumbh 2021 कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा पर्व है जो सनातन धर्म का परचम पूरे विश्व में फहराता है। संपूर्ण विश्व से आने वाले श्रद्धालु भाग कुंभ की आलौकिक छटा को देखकर सनातन धर्म भारतीय संस्कृति से प्रभावित होते हैं।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Tue, 12 Jan 2021 09:42 AM (IST)Updated: Tue, 12 Jan 2021 09:42 AM (IST)
संत की कलम से: सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है शाही स्नान का अवसर- स्वामी बालकानंद गिरी
आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज।

Haridwar Kumbh 2021 कुंभ मेला भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा पर्व है, जो सनातन धर्म का परचम पूरे विश्व में फहराता है। संपूर्ण विश्व से आने वाले श्रद्धालु भाग कुंभ की आलौकिक छटा को देखकर सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति से प्रभावित होते हैं। कुंभ मेले के दौरान अखाड़े की पेशवाई, नागा संन्यासियों का शाही स्नान और बैरागी संतों के खालसे मुख्य आकर्षण का केंद्र होते हैं। शाही स्नान का अवसर सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है।

loksabha election banner

देवभूमि उत्तराखंड और धर्मनगरी हरिद्वार की पावन भूमि पर कुंभ मेले के दौरान गुरु गद्दी के सानिध्य में जो श्रद्धालु और भक्त पतित पावनी मां गंगा में स्नान और धर्म अध्यात्म का अवसर प्राप्त कर लेता है, उसका जीवन स्वयं ही सफल हो जाता है। 11 मार्च महाशिवरात्रि पर होने वाले पहले शाही स्नान को लेकर संत महात्माओं और श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

कुंभ मेला दिव्य और भव्य ही नहीं, बल्कि पारंपरिक स्वरूप में भी होगा। अखाड़े अपने-अपने स्तर से इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। महाकुंभ के लिए विशेष योग 12 वर्षों की बजाए 11 वर्ष में पड़ रहा है। यही वजह है कि इस बार कुंभ 11 वर्ष में ही आयोजित हो रहा है। कुंभ स्नान से जन्म जन्मांतर के पापों का शमन होता है। कुंभ मेला धर्मनगरी हरिद्वार के अलावा प्रयागराज, उज्जैन और नासिक में होता है। समुद्र मंथन से निकले अमृत की बूंदे इन चार स्थानों पर ही गिरीं। 

[आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज] 

यह भी पढ़ें- संत की कलम से: दिव्य-भव्य और पारंपरिक स्वरूप में होगा कुंभ मेला- कोठारी महंत दामोदार दास


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.