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दादा की इच्छा पूरी करने को दूल्‍हे ने किया दुल्‍हन का ऐसा स्‍वागत, जिसे देख हर किसी ने कहा- 'वाह क्‍या बात है'

Bride Vidai in Helicopter रुड़की का एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बिठाकर लाया। रुड़की के केएल डीएवी मैदान में सुबह करीब दस बजे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई तो लोगों की भीड़ भी वहां लग गई।

By Raman kumarEdited By: Nirmala BohraPublished: Sat, 03 Dec 2022 12:54 PM (IST)Updated: Sat, 03 Dec 2022 12:54 PM (IST)
दादा की इच्छा पूरी करने को दूल्‍हे ने किया दुल्‍हन का ऐसा स्‍वागत, जिसे देख हर किसी ने कहा- 'वाह क्‍या बात है'
Bride Vidai in Helicopter : रुड़की का एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बिठाकर लाया।

टीम जागरण, रुड़की : Bride Vidai in Helicopter : रुड़की का एक दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बिठाकर लाया। रुड़की में अचानक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग देख लोगों की भीड़ लग गई। शहरवासियों ने नई दुल्हन का तालियां बजाकर स्वागत भी किया और जिसने भी यह नजारा देखा उसने कहा- वाह क्‍या बात है।

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दूल्हा अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में बिठाकर रुड़की लाया

जानकारी के मुताबिक रुड़की के चावमंडी निवासी विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री संजय कुमार धीमान के पुत्र तुषार की बरात दो दिसंबर को जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश गई थी। वैवाहिक कार्यक्रम बिजनौर के चांदपुर स्थित एक वैंकट हॉल में संपन्न हुआ। जिसके बाद दूल्हा अपनी दुल्हन नेहा धीमान को हेलीकॉप्टर में बिठाकर रुड़की लाया।

रुड़की के केएल डीएवी मैदान में सुबह करीब दस बजे हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई तो लोगों की भीड़ भी वहां लग गई। जब हैलीकॉप्टर से दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर उतरा तो लोगों ने तालियां बजाकर नवयुगल का स्वागत किया।

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वहीं पहले से मौजूद परिजनों ने भी दुल्हन का स्वागत किया। दूल्हे की पिता संजय कुमार धीमान ने बताया कि उनके पिता पीएस धीमान जो कि आइआइटी से सेवानिवृत हैं। वह तुषार को बचपन से ही कहते थे कि उसकी दुल्हन हेलीकॉप्टर में लाएंगे। उन्होंने कहा कि उनकी इस इच्छा को पूरी करते हुए हेलीकॉप्टर बुक किया गया। संजय कुमार धीमान अभी कोर में प्रोफेसर हैं।

दिसंबर में मांगलिक कार्यों के लिए 8 मुहूर्त

साल के अंतिम महीने में मांगलिक कार्य के आठ मुहूर्त रहेंगे। चार दिसंबर से हर ओर शहनाई की धुन सुनाई देगी। 13 दिसंबर से 13 जनवरी तक खरमास के चलते अबूझ मुहूर्त को छोड़कर मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। इस महीने की बात करें तो चार, पांच, छह, सात, आठ, नौ, 13 व 14 दिसंबर मांगलिक कार्य के लिए शुभ है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक वर्ष में कुल पांच स्वयं में सिद्ध मुहूर्त होते हैं। इन पांच दिनों में मुहूर्त न होते हुए भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि किए जा सकते हैं। क्योंकि ये अपने आप में सिद्ध मुहूर्त हैं। फुलेरा दूज, देवउठनी एकादशी, बसंत पंचमी, विजया दशमी और अक्षय तृतीया सिद्ध मुहूर्त हैं।


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