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Haridwar Kumbh Mela 2021: महाराष्ट्र के पेशवाई बैंड से जमा उल्लास का रंग

Haridwar Kumbh Mela 2021 पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की पेशवाई में महाराष्ट्र से आए विशेष पेशवाई बैंड ने रंग जमा दिया। महाराष्ट्र के पारंपरिक ढोल और घंटे की थाप पर संत से लेकर स्थानीय युवा थिरकने को मजबूर हो उठे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 10:54 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 10:54 PM (IST)
Haridwar Kumbh Mela 2021: महाराष्ट्र के पेशवाई बैंड से जमा उल्लास का रंग
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की पेशवाई में महाराष्ट्र से आए विशेष पेशवाई बैंड ने रंग जमा दिया।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की पेशवाई में महाराष्ट्र से आए विशेष पेशवाई बैंड ने रंग जमा दिया। महाराष्ट्र के पारंपरिक ढोल और घंटे की थाप पर संत से लेकर स्थानीय युवा थिरकने को मजबूर हो उठे। महाराष्ट्र के कलाकारों ने इतनी आत्मीयता से अपनी पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन किया कि पूरा माहौल महाराष्ट्रियन रंग में सराबोर हो गया।

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पेशवाई के लिए महाराष्ट्र के नासिक और मुंबई से दो अलग-अलग बैंड मंगाए गए थे। शिव तांडव और शिव राय नामक बैंड के कलाकारों ने पूरी पेशवाई में हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा। बैंड में शामिल युवकों के साथ-साथ युवतियों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दी। झूम-झूमकर ढोल-नगाड़े बजाते हुए कलाकारों ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी। पहला बैंड पेशवाई के आगे-आगे चल रहा था। दूसरा बैंड पेशवाई के मध्य रखा गया था। ढोल-नगाड़े और घंटे की धुन पर महाराष्ट्र के लोक कलाकार करतब भी दिखा रहे थे। दर्शकों ने सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के इन दोनों बैंड का प्रदर्शन फेसबुक पर लाइव चलाया। 

पग-पग पर दिखी आस्था, अभिभूत हुई कुंभनगरी

पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की भव्य पेशवाई के दौरान शहर में आस्था का सैलाब उमड़ा। करीब दस किलोमीटर लंबे पेशवाई मार्ग पर युवा, बुजुर्ग और बच्चे पेशवाई के स्वागत में प्रफुल्लित नजर आए। सनातन परंपरा के अलग-अलग रंग देखकर शहरवासी अभिभूत हुए। श्रद्धालु हाथ जोड़कर संतों का अभिवादन और आशीर्वाद लेते रहे। जगह-जगह मिठाई बांटकर पेशवाई का स्वागत किया। 

बुधवार को कुंभनगरी सनातन संस्कृति के जयघोष से गूंज उठी। जैसे ही निरंजनी अखाड़े की पेशवाई आरंभ हुई पूरा शहर भाव विभोर हो उठा। पेशवाई की अगुआई करते गजराज और बैंड बाजों की धुन पर गाए जा रहे भजनों से शहर का माहौल भक्तिमय हो उठा। घोड़ों पर बैठे नागा संन्यासियों से लेकर रथ पर मौजूद साधु संत हर शहरवासी का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार करते नजर आएं। मध्य हरिद्वार से लेकर निरंजनी की छावनी तक आमजन पेशवाई के स्वागत में खड़े नजर आए। 

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