Uttarakhand Lockdown: हरिद्वार में कार्ड धारकों को मिलेगा तीन माह का राशन, पढ़िए पूरी खबर
मंत्री मदन कौशिक ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी तरह के राशन कार्ड धारकों को तीन-तीन माह का राशन दिया जाए।
हरिद्वार, जेएनएन। शहरी विकास मंत्री और कोरोना संक्रमण से बचाव अभियान के गढ़वाल प्रभारी शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के सभी तरह के राशन कार्ड धारकों को तीन-तीन माह का राशन दिया जाए, जिससे लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो।
भल्ला कॉलेज में बने कंट्रोल रूम में बुधवार शाम अधिकारियों संग कोरोना बचाव अभियान की कार्य समीक्षा बैठक लेते हुए उन्होंने अधिकारियों को इस मामले में तेजी से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गैर राज्यों से उत्तराखंड आए तीर्थ यात्री और पर्यटक जो यहां फंस गए हैं, उनके साथ ही ऐसे वंचित जिनके पास खाने को नहीं है, दिहाड़ी कामगार और उनके परिवार के भोजन की पुख्ता व्यवस्था की जाए। इस काम में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए।
बैठक के बाद पत्रकारों को फोन पर बैठक की जानकारी देते हुए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने दावा किया कि राज्य और प्रशासन के पास अगले तीन माह से अधिक समय का पर्याप्त राशन है और कहीं कोई कमी नहीं। उन्होंने आम जनता से किसी किस्म के बहकावे या अफवाह में न आने की अपील की। कौशिक ने अधिकारियों को लॉक डाउन के दौरान नगर निगम हरिद्वार के सभी 60 वार्ड के हर गली-मोहल्ले और कालोनियों को सैनिटाइज किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही सभी वार्ड पार्षदों से आग्रह किया कि वह सुनिश्चित करें कि उनके वार्ड सैनिटाइज हो गए।
मंत्री मदन कौशिक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों का भी समुचित ध्यान रखें और सुनिश्चित करें कि वहां पर संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए सारी व्यवस्थाएं सुचारू हैं और सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हो रही है। कहा कि सरकार इस मामले में हर तरह की सहायता और सहयोग करने को कृत संकल्प है। इसीलिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसे जरुरतमंदों जो छूट के दौरान बाजार जाने में असमर्थ हैं या फिर विभिन्न कारणों से बाजार जाना नहीं चाहते, उनके लिए जल्द से जल्द ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे उन्हें उनकी जरूरत का सामान उनके घर पर ही उपलब्ध कराया जा सके।
राशन खरीदने को अफरातफरी का माहौल
21 दिन का लॉक डाउन करने से लोगों में राशन खरीदने को लेकर अफरातफरी का माहौल है, लेकिन, जिला प्रशासन का दावा है कि जिले में करीब ढाई लाख कुंतल गेहूं, चावल और दाल का भंडार है। जो लोगों के लिए दो माह के लिए पर्याप्त है। ऐसे में लोगों को घबराने की नहीं, केवल उनका सहयोग और हौसला बढ़ाने की जरूरत है।
लॉकडाउन के बाद रोजाना लोग सुबह ही राशन की दुकानों पर लंबी लाइन लगाकर खड़े हो जा रहे हैं।
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पुलिस को लोगों को खदेड़कर घर भेजना पड़ रहा है, लोगों को डर है कि कहीं खाने का सामान फिर न मिले, लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग का कहना है कि जिले में लगभग बीस लाख लोग निवास करते हैं, इनके खाने के लिए जिलेभर में सरकारी और प्राइवेट गोदामों में बुधवार तक एक लाख दो हजार 691 कुंतल गेहूं पड़ा हुआ है। सरकारी और निजी राइस मिल्स और गोदामों में एक लाख 31 हजार 685 कुंतल चावल पड़ा हुआ है।
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