Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में कमजोर पड़ा वेस्टर्न डिस्टरबेंस, अगले तीन दिन मौसम रहेगा साफ
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर पड़ने से हालात बेहतर हुए हैं। अगले कुछ दिन आसमान साफ रहने की संभावना है।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। मंगलवार देर रात प्रदेश के अधिकांश इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। जबकि, बुधवार को सुबह से ही चटख धूप खिली रही। हालांकि, पहाड़ों में कुछ स्थानों पर बादलों का डेरा रहा और तेज हवाएं भी चलती रहीं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले तीन दिन मौसम साफ रहेगा।
पहाड़ से लेकर मैदान तक धूप खिली रही। इससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी कुछ उछाल आया। इससे पहले बीते गुरुवार और शुक्रवार को ऊंचे इलाकों में हिमपात और मैदानों में बारिश से तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ था। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) कमजोर पड़ने से हालात बेहतर हुए हैं। अगले कुछ दिन आसमान साफ रहने की संभावना है।
जल विद्युत परियोजनाओं से रेकॉर्ड बिजली उत्पादन
एक तरफ देश जहां कोरोना के चलते संकट के दौर से गुजर रहा है, वहीं उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड से राहत भरी खबर आई है। निगम ने इस साल 288 मिलियन यूनिट अधिक बिजली का उत्पादन कर रेकॉर्ड कायम किया है। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2011-12 में लक्ष्य से अधिक बिजली पैदा की गई थी। ऊर्जा सचिव राधिका झा ने बुधवार को निगम का वार्षिक लेखा-जोखा पेश करते हुए बताया कि आने वाले समय में जब बिजली की मांग बढ़ेगी, उस समय राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं से उसे निश्चित रूप से पूरा किया जा सकेगा।
देशव्यापी लॉकडाउन के चलते औद्योगिक इकाइयां ठप हैं। बाजार बंद हैं और ऊर्जा की मांग घटकर आधी रह गई है। कोरोना संकट से उबरने के बाद जब एक बार फिर उत्पादन रफ्तार पकड़ेगा, तब बिजली की कमी होने की संभावना बेहद कम होगी। दरअसल, यूजेवीएनएल के विद्युत गृहों ने वित्तीय वर्ष 2018-2019 में निर्धारित लक्ष्य से अधिक तथा निगम की स्थापना के बाद से दूसरी बार सर्वाधिक विद्युत उत्पादन किया है।
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सचिव ऊर्जा एवं निगम की अध्यक्ष राधिका झा ने बताया कि 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में निगम की वृहद एवं मध्यम जल विद्युत परियोजनाओं द्वारा वार्षिक उत्पादन लक्ष्य 4800 मिलियन यूनिट के सापेक्ष 5075 मिलियन यूनिट किया गया। यह वार्षिक लक्ष्य का 105.7 प्रतिशत है। लघु जल विद्युत परियोजनाओं के उत्पादन को भी शामिल कर लिया जाए तो इस वर्ष 5088.80 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया।