सहसपुर सामूहिक दुष्कर्म मामला, मजिस्ट्रेटी बयान में भी पीड़िता आरोपों से मुकरी
सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में भी आरोपों से मुकर गई। करीब तीन घंटे चले बयान में उसने बताया कि उसके साथ कोई घटना नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक उसने यह जरूर कहा कि घर में झगड़ा होने के बाद यह कदम उठाया था।
देहरादून, जेएनएन। सहसपुर सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए बयान में भी आरोपों से मुकर गई। करीब तीन घंटे चले बयान में उसने बताया कि उसके साथ कोई घटना नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, उसने यह जरूर कहा कि घर में झगड़ा होने के बाद यह कदम उठाया था। वहीं, पुलिस अब भी इस मामले की तह तक जाने में जुटी है। इसके लिए पुलिस उस शख्स को तलाश रही है, जिसका पीड़िता ने नाम लिया है। उसके सामने आने के बाद ही पता चलेगा कि हकीकत में महिला के साथ क्या हुआ था।
शनिवार देर रात सहसपुर थाने में पहुंची एक महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए तीन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी भी थाने पहुंच गए थे। उन्होंने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपितों की तलाश करने का निर्देश दिया था, लेकिन रविवार को जब पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया तो इसके लिए तैयार नहीं हुई।
उसने कहा कि उसके साथ कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस के काफी समझाने के बाद वह मेडिकल के लिए तैयार हुई, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई। सोमवार को पुलिस ने पीड़िता को डोईवाला में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वहां भी उसने अपने बयान में किसी भी तरह की घटना होने से इनकार कर दिया। ऐसे में सवाल उठता है कि महिला ने यह कदम क्यों उठाया। एसओ नरेंंद्र गहलावत ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। महिला ने जिसका नाम लिया है, उसकी तलाश की जा रही है।