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सुरक्षा रथ के जरिये ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण शुरू, महापौर ने हरी झंडी दिखाकर अभियान की शुरुआत की

कोविड कर्फ्यू में आवागमन के साधनों के बंद होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग को वैक्सीनेशन करवाने में हो रही समस्या का निस्तारण हो गया। ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय से मोबाइल वैक्सीनेशन के जरिए अब निगम के ग्रामीण वार्डो के नागरिकों का टीकाकरण किया जाएगा।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 02 Jun 2021 01:22 PM (IST)
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ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय से मोबाइल वैक्सीनेशन के जरिए अब निगम के ग्रामीण वार्डो के नागरिकों का टीकाकरण किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। कोविड कर्फ्यू में आवागमन के साधनों के बंद होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोग को वैक्सीनेशन करवाने में हो रही समस्या का निस्तारण हो गया। ऋषिकेश के राजकीय चिकित्सालय से मोबाइल वैक्सीनेशन के जरिए अब निगम के ग्रामीण वार्डों के नागरिकों का टीकाकरण किया जाएगा।

बुधवार को देहरादून रोड स्थित सरकारी अस्पताल के प्रांगण में हरी झंडी दिखाकर नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं ने अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र गुमानीवाला में वैक्सीनेशन सुरक्षा रथ की कार्य प्रणाली को भी परखा। मौके पर टीकाकरण के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे बुजुर्गों ने डोर टू डोर वैक्सीनेशन सुविधा शुरू कराने के लिए महापौर का आभार जताया।

इस दौरान महापौर ने कहा कि वैश्विक महामारी से बचने के लिए वैक्सीनेशन सबसे मजबूत सुरक्षा कवच है। कोरोना कर्फ्यू के चलते आवागमन के साधन बंद होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को टीकाकरण करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था, जिसको देखते हुए उन्होंने जनपद के जिला अधिकारी व सीएमओ से वार्ता की।

उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन की चुनौती से निपटने के लिए छोटे-छोटे वैक्सीनेशन सेंटर खोले जाने के साथ-साथ मोबाइल टीमों को मोर्चों पर उतारा जाना बेहद आवश्यक है, जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा पहले निगम के गुमानीवाला वाला स्थित कैम्प कार्यालय में वैक्सीनेशन सेंटर खुलवाया गया और बुधवार से दो मोबाइल वैक्सीनेशन वाहनों को भी मोर्चे पर उतार दिया गया है। इससे निश्चित है कि टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी।

उन्होंने कहा कि कोरोना से खुद के साथ ही अपनों का जीवन सुरक्षित रखने के लिए टीका लगवाना बेहद जरूरी है। इस दौरान डॉ संतोष पन्त, नर्सिंग ऑफिसर राहुल सक्सेना, पार्षद विपिन पंत, बीरेंद्र रमोला, विजेंद्र मोघा, विजय बडोनी, विजय बिष्ट, अमन भट्ट आदि मौजूद रहे।

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