Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में मानसून की विदाई से पहले भारी वर्षा के आसार, मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार पांच और छह अक्टूबर को प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। सितंबर में अत्यधिक वर्षा के बाद अक्टूबर की शुरुआत में वर्षा से कुछ राहत है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Weather Update उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क है, लेकिन इसके फिर करवट बदलने के आसार हैं। मानसून की विदाई से पहले प्रदेश में भारी वर्षा के एक-दो दौर हो सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार, पांच और छह अक्टूबर को प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
10 अक्टूबर तक मानसून की विदाई होने की उम्मीद
सितंबर में अत्यधिक वर्षा के बाद अक्टूबर की शुरुआत में वर्षा से कुछ राहत है। हालांकि, अभी मानसून उत्तराखंड से विदा नहीं हुआ है। मौसम विभाग ने 10 अक्टूबर तक मानसून की विदाई होने की उम्मीद जताई है। इस दौरान प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है। फिलहाल पंजाब, चंड़ीगढ़ समेत आसपास के क्षेत्रों से मानसून विदा हो चुका है। जबकि, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के भी कई क्षेत्रों से मानसून लौट चुका है।
पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, अगले दो दिन प्रदेश में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम शुष्क रह सकता है। जबकि, पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बौछार पड़ सकती हैं। इसके बाद पांच और छह अक्टूबर को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादलों का डेरा रह सकता है। कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। आकाशीय बिजली चमकने के भी आसार हैं।
पांच घंटे अवरुद्ध रहा गंगोत्री हाईवे
उत्तरकाशी : गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार की देर रात को नगुण के पास भारी भूस्खलन हुआ। भूस्खलन के कारण राजमार्ग रविवार की सुबह करीब पांच घंटे तक अवरुद्ध रहा। राजमार्ग के अवरुद्ध रहने के दौरान उत्तरकाशी से देहरादून और उत्तरकाशी से ऋषिकेश और हरिद्वार की आवाजाही बाधित रही।
देहरादून और ऋषिकेश जाने वाले स्थानीयजन भी परेशान
शनिवार की रात को नगुण क्षेत्र में वर्षा हुई, जिससे भूस्खलन का भारी मलबा और पत्थर नगुण तिराह के निकट गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आया। तीर्थयात्रियों के अलावा सब्जी, दूध आदि जरूरी सामान के वाहनों को भी रविवार सुबह दस बजे तक राजमार्ग के खुलने का इंतजार करना पड़ा। इस दौरान उत्तरकाशी से देहरादून और ऋषिकेश जाने वाले स्थानीयजन भी खासा परेशान रहे। सीमा सड़क संगठन और आलवेदर निर्माण कंपनी ने युद्धस्तर पर कार्य कर भूस्खलन को हटाया, जिसके बाद मार्ग सुचारू हो सका। इन दिनों गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।
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