Uttarakhand Weather : उत्तरकाशी में घरों में घुसा मलबा, टिहरी में कार के ऊपर चट्टान गिरी, प्रधान की मौत
Uttarakhand Weather आज आरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। देहरादून सहित कई मैदानी इलाकों में तड़के बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को भी देहरादून नैनीताल टिहरी पौड़ी और चम्पावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather : उत्तराखंड में पिछले दो दिन से भारी वर्षा की चेतावनी के बीच बुधवार को मौसम बदल गया। देहरादून सहित कई मैदानी इलाकों में तड़के बारिश हुई। वहीं पहाड़ी इलाकों में बारिश ने कहर बरपाया है। बदरीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री हाईवे सहित राज्य के कई मार्ग मलबा आने से बंद हो गए हैं।
आल्टो कार के ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिर गया
उत्तरकाशी में कई घरों में मलबा घुस गया तो वहीं टिहरी में कई वाहन मलबे में दब गए हैं। टिहरी जौनपुर ब्लाक के अगलाड़-थत्यूड़ मोटर मार्ग पर करखेत के समीप एक आल्टो कार के ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिर गया। हादसे में एक व्यक्ति की दबने से मृत्यु हो गयी। मृतक टटोर गांव के प्रधान प्रताप धीमान थे। वह उप चुनाव में जीतने के बाद शपथ लेने आज ब्लाक मुख्यालय थत्यूड़ जा रहे थे। हादसे में कार चालक अर्जुन सिंह भी घायल हुआ है। अन्य दो महिलाएं सुरक्षित हैं।
भटवारीसैंण के पास पहाड़ी से लगातार गिर रहे पत्थर
केदारनाथ हाईवे पर मदनपुर भटवारीसैंण के पास पहाड़ी से लगातार मलबा और पत्थर गिर रहे हैं। जिला रुद्रप्रयाग पुलिस राज्य के सीमावर्ती जिलों पौड़ी और टिहरी के साथ यातायात को रोकने के लिए निरंतर समन्वय स्थापित किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड मार्ग पर मलबा आ गया है।
देहरादून में भी सुबह गरज के साथ झमाझम बारिश हुई
बुधवार को देहरादून में भी सुबह गरज के साथ झमाझम बारिश हुई। देहरादून में तेज वर्षा के साथ चली आंधी के बाद कान्वेंट रोड से तिब्बती मार्केट लैंसडौन चौक आने वाले मार्ग पर पेड़ गिर गया और बिजली का पोल टूट गया। जिससे दुपहिया वाहनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मसूरी में भी गर्जना के साथ बारिश हुई। यहां तापमान 18 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। ऋषिकेश में हल्की बूंदाबांदी हुई। रुड़की में काले घने बादल छाए रहे, यहां बारिश की संभावना बनी हुई है। टिहरी में तेज बारिश हुई।
डोबरा चांठी पुल के समीप मलबे में दबी कई गाड़ियां
तेज बारिश के चलते टिहरी के डोबरा चांठी पुल के समीप रौलाकोट जाने वाली सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों के ऊपर भारी मलबा आ गया है। यहां कई गाड़ियां मलबे में दब गई हैं। मलबा आने के कारण नई टिहरी-डोबरा रोड भी बंद हो गई। जिसे खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है।
नौगांव के समीप गदेरा उफान पर आया, एक्टिवा बही
उत्तरकाशी में ही मंगलवार की रात्रि को अचानक तेज वर्षा से नगर पंचायत नौगांव के समीप गदेरा उफान पर आ गया। जिससे सौली के निकट एक एक्टिवा , नगर पंचायत शौचालय सौली और पेयजल लाइन बेह गई तथा खेत मलबे से पट गए। यहां मलबे में एक पिकअप दबी हुई है। नौगांव चौराहे के निकट दुकानों के नजदीक दल-दल बन गया है । नगर पंचायत अध्यक्ष शशीमोहन सिंह राणा घटना स्थल पर मौजूद हैं।
अनिल कुकरेजा ने बताया की रात को गरजना बहुत तेज थी। जिससे सौली के निकट सभी लोग दहशत में आ गये। इसके अलावा मणाई चेडू मंदिर के पास एक पुलिया भी बहने की सूचना है। तेज वर्षा से जरड़ा मोटर मार्ग भी बाधित हुआ है। जरड़ा गांव की छानीयों में मलबा घुस गया है।
मोरी और आसपास के क्षेत्र में भारी नुकसान
उत्तरकाशी में रात को हुई वर्षा के चलते मोरी और आसपास के क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। मोरी बाजार और आसपास के घरों में वर्षा जल के साथ मलबा घुस गया है। भारी वर्षा के कारण मोरी क्षेत्र के आसपास के पैदल रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मोरी सांकरी मोटर मार्ग पर भी मलबे के ढेर लगे हैं।
यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे बंंद
बदरीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में और केदारनाथ हाईवे नोलापाणी में बंद हो गया है। केदारनाथ में मौसम साफ है, जबकि रुप्रदयाग जनपद के अन्य क्षेत्रों में हल्की बारिश हो रही है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग किसाला और कुथनौर के बीच खनेडा पुल के पास भारी भूस्खलन होने के कारण रात को बाधित हो गया है। यहां यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग का सबसे बड़ा डेंजर जोन है। डाबरकोट में भी एक बार दोबारा भूस्खलन जोन सक्रिय हो गया है।
उधर, मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को भी देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी और चम्पावत में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है। इसको लेकर आरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। बागेश्वर और पिथौरागढ़ में गरज के साथ तेज बौछारें पडऩे, जबकि अन्य जिलों में हल्की वर्षा के आसार बताए जा रहे हैं।
गंगोत्री धाम में बढ़ा भागीरथी का जलस्तर
लगातार पिघलते ग्लेशियर के कारण मंगलवार शाम को भागीरथी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। जिन घाटों से भागीरथी का जलस्तर काफी दूर था, उन घाटों के ऊपर पानी चढ़ आया है। भागीरथी में उफान के कारण नमामि गंगे की ओर से घाट पर किए गए सुरक्षात्मक कार्य क्षतिग्रस्त हुए हैं। भागीरथी का उफान देख कर गंगोत्री में श्रद्धालओं को स्नान के समय विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई।