Move to Jagran APP

Uttarakhand Weather News: पौड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत, अगले तीन दिन भारी वर्षा के आसार

Uttarakhand Weather News उत्‍तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम से उपजी परेशानियां कम नहीं हो रहीं हैं। पौड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। वहीं अगले तीन दिन कुमाऊं समेत गढ़वाल के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा के आसार हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 20 Sep 2022 11:27 PM (IST)Updated: Tue, 20 Sep 2022 11:27 PM (IST)
Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में मौसम के तेवर बदले हुए हैं

जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में मौसम के तेवर बदले हुए हैं। खासकर पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण जनजीवन प्रभावित है। पौड़ी में आकाशीय बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई।

loksabha election banner

यात्रा मार्गों पर भी आवाजाही प्रभावित

टिहरी में दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। चारधाम यात्रा मार्गों पर भी आवाजाही प्रभावित रही। कुमाऊं में भूस्खलन के कारण पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम विभाग के अनुसार, पर्वतीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा का क्रम बना रहेगा।

जगह-जगह हो रहा भूस्खलन

उत्तराखंड में वर्षा के कारण पर्वतीय मार्ग खतरनाक हो गए हैं। जगह-जगह भूस्खलन होने से आवाजाही प्रभावित हो रही है। जबकि, ग्रामीणों के भवनों को भी नुकसान पहुंच रहा है।

आकाशीय बिजली गिरने से मौत

पौड़ी जिले के पैठाणी क्षेत्र में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। थाना पैठाणी क्षेत्र स्थित लद्वाणी गांव निवासी प्रकाश राणा ठेके पर ऊर्जा निगम में लाइनमैन था। बताया कि बीते सोमवार को क्षेत्र में विद्युत लाइन में फाल्ट आने की सूचना पर वह निरीक्षण पर गया।

  • दौला गांव के समीप वर्षा होने पर वह एक पेड़ के नीचे रुक गया। तभी उस पर आकाशीय बिजली गिर गई।

फंसे रहे करीब तीन हजार तीर्थयात्री

इधर, भारी वर्षा के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हुए। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्गू गाड़ व सुनगर के बीच भारी भूस्खलन होने से छह घंटे अवरुद्ध रहा।

  • इस दौरान सुनगर व गंगनानी में फंसे करीब तीन हजार तीर्थयात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
  • -यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास सुबह के समय तीन घंटे और दोपहर बाद पांच घंटे अवरुद्ध रहा है।
  • इस दौरान दो हजार तीर्थयात्री स्याना चट्टी के पास फंसे रहे। टिहरी के नैनबाग क्षेत्र में तेवा गांव में दो खाली मकान धराशायी हो गए।

भारी बारिश के आसार

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में वर्षा का क्रम बना रह सकता है। कुमाऊं के ज्यादातर जिलों और गढ़वाल के देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। अन्य क्षेत्रों में गरज के बौछार पड़ने के आसार हैं।

हाईवे पर घंटों फंसे रहे सेना के जवान

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाला जोशीमठ-मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग सलधार के पास पहाड़ी से भारी मात्रा में बोल्डर आने से बंद हो गया, जो 10 घंटे बाद खुला। इस दौरान, सीमांत क्षेत्र जाने वाले स्थानीय नागरिक, आइटीबीपी और सेना के जवानों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।

  • उधर, गंगोत्री हाईवे हेल्गू गाड़ और यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास मलबा आने के कारण बंद हो गया, जो देर शाम तक नहीं खुल पाया था।

बागेश्वर में अतिवृष्टि से पांच मकान क्षतिग्रस्त

सोमवार रात हुई अतिवृष्टि से पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिसमें तीन परिवारों का सामान मलबे में दब गया है। किसी तरह की जनहानि होने से बच गई। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक नुकसान हो रहा है। दो मुख्य जिला मार्ग भी मलबा आने से बंद हो गए हैं। जिन्हें खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कैलास मानसरोवर यात्रियों समेत गुंजी में फंसे डेढ़ सौ से अधिक लोगों को चिनूक से किया जाएगा रेस्क्यू


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.