Uttarakhand Weather : तीन दिन बाद Yamunotri Dham यात्रा शुरू, आज भी तेज बारिश का अलर्ट
Uttarakhand Weather उत्तराखंड में भारी वर्षा (Heavy Rain) के चलते जनजीवन प्रभावित है।बुधवार को भी प्रदेश में मौसम का असर मिला-जुला रह सकता है। चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू है लेकिन अब भी प्रदेश में छोटे-बड़े करीब 100 मार्ग बंद हैं।
जागरण टीम, देहरादून : Uttarakhand Weather : आज बुधवार को भी उत्तराखंड के अधिकतर इलाकों में मौसम (Uttarakhand Weather) खराब बना हुआ है। लगभग सभी पर्वतीय और मैदानी इलाकों में रुक-रुक कर बारिश (Rain) का दौर जारी है। चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू है लेकिन अब भी प्रदेश में छोटे-बड़े करीब 100 मार्ग बंद हैं।
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को भी प्रदेश में मौसम का असर मिला-जुला रह सकता है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर में कहीं-कहीं तीव्र बौछारें (Heavy Rain) पड़ सकती हैं। अन्य जिलों में गरज के साथ हल्की बौछारों के आसार हैं।
तीन दिन बाद आज से फिर शुरू Yamunotri Dham की यात्रा
यमुनोत्री धाम की यात्रा तीन दिन बाद बुधवार को शुरू हो गई है। दोपहर 11:30 बजे तक 357 तीर्थ यात्री जानकीचट्टी से यमुनोत्री के लिए गए हैं। लेकिन अभी घोड़ा खच्चरों की आवाजाही को प्रशासन ने अगले तीन दिनों तक प्रतिबंधित रखा है।
गत 30 जुलाई को यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भंगेली गाड़ के पास भूस्खलन हुआ था। जिसके कारण पैदल मार्ग का करीब 10 मीटर हिस्सा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था। मार्ग ध्वस्त होने के कारण जिला प्रशासन ने मार्ग निर्माण के चलते यमुनोत्री धाम की यात्रा पर 31 जुलाई से दो अगस्त तक रोक लगाई।
अब लोक निर्माण विभाग बड़कोट में पैदल मार्ग पर ध्वस्त हुए हिस्से में मार्ग तैयार कर दिया है। जिसके बाद बुधवार सुबह से तीर्थयात्री आवाजाही कर रहे हैं।
पेड़ गिरने से दो घंटे बाधित रहा मसूरी-देहरादून हाईवे
मसूरी: मसूरी-देहरादून हाईवे पर बन सुमन व घनानंद इंटर कालेज के बीच बुधवार सुबह एक पेड़ आ गिरा। जिससे यातायात बाधित हो गया और वाहनों की कतार लग गई। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार भोपाल सिंह चौहान ने लोनिवि, विद्युत विभाग तथा अग्निशमन विभाग को घटनास्थल पर तलब किया।
अग्निशमन विभाग की टीम ने सड़क पर गिरे पेड़ को काट कर टुकड़े किए। इसके बाद लोनिवि की जेसीबी की सहायता से सड़क किनारे रखे। विद्युत विभाग ने शटडाउन लेकर टूटी बिजली के तारों को हटाया। तब जाकर यातायात फिर से शुरू हो सका।
Chardham Yatra मार्ग सुचारू, जोशीमठ-मलारी हाईवे खुला
उत्तराखंड में भारी वर्षा (Heavy Rain) के चलते जनजीवन प्रभावित है। खासकर पर्वतीय जिलों में दुश्वारियां बनी हुई हैं। चारधाम यात्रा मार्ग सुचारू हैं, लेकिन अब भी प्रदेश में छोटे-बड़े करीब 100 मार्ग बंद (Roads Block) हैं। केवल गढ़वाल मंडल में ही करीब 70 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। मंगलवार को गोपेश्वर-मलारी हाईवे भी 14 घंटे बाद खुल गया।
प्रदेश में मौसम के बदले मिजाज के बीच भारी वर्षा का दौर जारी है। चमोली जिले में सोमवार दोपहर साढ़े तीन बजे से काली मंदिर के पास बंद पड़ा जोशीमठ-मलारी हाईवे (Joshimath-Malari Highway) 14 घंटे बाद मंगलवार को सुबह छह बजे करीब यातायात के लिए खुल गया। रुद्रप्रयाग जिले में वर्षा के चलते मलबा व बोल्डर आने से मोटर मार्ग अवरुद्ध होने का सिलसिला बना हुआ है।
दीवार ढहने से मकान क्षतिग्रस्त
टिहरी में मयाली-घनसाली मोटर मार्ग पिछले दो सप्ताह से पुल क्षतिग्रस्त होने से अवरुद्ध है, वहीं जिले में कुल 22 मोटर मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं। इसके अलावा, टिहरी में मंगलवार सुबह कोरदी गांव में दीवार ढहने से गोदाबंरी देवी का मकान क्षतिग्रस्त हो गया।
बीते दिनों हुई वर्षा से जिले में करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। खतरे को भांपते हुए ग्रामीणों ने पहले ही घर छोड़ दिए थे, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।
उधर, पौड़ी जिले में कर्णप्रयाग-पैठाणी राज्य मार्ग समेत 15 मोटर मार्ग मंगलवार को भी नहीं खुल सके। वर्षा के कारण जगह-जगह मलबा आने से ये मार्ग बाधित हैं। बुल्डोजर से इन मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं।