UKSSSC: परीक्षा से चंद घंटे पहले आयोग ने घटाए 130 पद, जानिए क्या बताई इसके पीछे की वजह
Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सहायक कृषि अधिकारी-वर्ग तीन की ऑनलाइन परीक्षा से ठीक पहले पद 280 से घटाकर 150 कर दिए हैं। यह भर्ती परीक्षा आज सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े 11 बजे के बीच विभिन्न केंद्रों में होगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Subordinate Service Selection Commission उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सहायक कृषि अधिकारी-वर्ग तीन की ऑनलाइन परीक्षा से ठीक पहले पद 280 से घटाकर 150 कर दिए हैं। यह भर्ती परीक्षा आज सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े 11 बजे के बीच विभिन्न केंद्रों में हुई। एकाएक 130 पद घटाने का उत्तराखंड बेरोजगार मंच ने विरोध किया है। वहीं, आयोग का तर्क है कि कृषि और उद्यान विभाग के आपस में मर्ज होने के कारण रिक्तियां घटाई गई हैं।
आयोग ने दो अगस्त को विज्ञप्ति निकालकर सहायक कृषि अधिकारी वर्ग तीन की भर्ती के लिए आवेदन मांगे थे। निर्धारित तिथि तक आयोग को तीन हजार के आसपास आवेदन प्राप्त हुए। जांच में करीब ढाई हजार आवेदन सही पाए गए। परीक्षा की तिथि आयोग ने 19 दिसंबर तय की थी, लेकिन परीक्षा से ठीक पहले आयोग ने रिक्तियों में संशोधन कर 130 पद घटा दिए। शुक्रवार शाम तक परीक्षा के लिए 2149 परीक्षार्थियों ने आयोग की वेबसाइट से अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिए थे। आयोग के इस कदम से खफा उत्तराखंड बेरोजगार मंच ने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारों को लूट रही है। पहले अधिक पद दिखाकर बेरोजगारों से आवेदन के रूप में फीस वसूली जाती है और फिर पद घटा दिए जाते हैं। मंच ने मांग की है कि इस फैसले को तुरंत बदला जाए, वरना बेरोजगार सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
सचिव उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोद संतोष बडोनी ने बताया कि संबंधित विभागों से जानकारी मिली थी कि कृषि और उद्यान विभागों का एकीकरण हो रहा है। इसी कारण विज्ञप्ति में दी गई कुल रिक्तियों में से 130 पद घटा दिए गए। ऑनलाइन परीक्षा के बाद सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-तीन के 150 पद पर ही चयन किया जाएगा।
उत्तराखंड बेरोजगार मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा, आयोग चाहता क्या है? ऐसा अचानक क्या हो गया कि परीक्षा से ठीक एक दिन पहले इतने बड़े पैमाने पर पद घटाने की नौबत आई। यह तो पहले भी किया जा सकता था। यह फैसला परीक्षा की तैयारी में वर्षों से जुटे हजारों परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ है।