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जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए प्रदीप रावत को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई

जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में शहीद हुए अपर गंगा नगर ऋषिकेश निवासी प्रदीप रावत को मुनिकीरेती पूर्णानंद घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 14 Aug 2018 08:42 AM (IST)Updated: Tue, 14 Aug 2018 09:21 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए प्रदीप रावत को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई

ऋषिकेश, [जेएनएन]: प्रदीप तुम्हारा यह बलिदान, नहीं भूलेगा हिंदुस्तान..., शहीद प्रदीप रावत अमर रहे..., भारत माता की जय... के गगनभेदी नारों से एक बार फिर तीर्थनगरी गूंज उठी। देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को आहूत करने वाले तीर्थनगरी के लाल शहीद प्रदीप रावत को अंतिम विदाई देने के लिए तीर्थनगरी की सड़कों पर मंगलवार को भारी जन सैलाब उमड़ पड़ा। मुनिकीरेती के पूर्णानंद घाट पर शहीद प्रदीप रावत का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की अंतिम यात्रा जब घर से निकली तब एक बार के लिए मानों आसमान भी रो पड़ा था। 

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जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में शनिवार को अपर गंगा नगर ऋषिकेश निवासी प्रदीप रावत एक बारूदी सुरंग के विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उपचार के दौरान वह शहीद हो गए थे। शहीद प्रदीप रावत का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके आवास पर लाया गया था। मंगलवार सुबह घर के बाहर ही शहीद को अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया, जहां परिजनों व रिश्तेदारों ने शहीद के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सुबह करीब नौ बजे उनके आवास से शहीद की अंतिम यात्रा शुरू हुई।

शांति नगर तिराहे तक शहीद को कंधों पर लाया गया, जहां से सेना के वाहन में अंतिम यात्रा पूर्णानंद घाट के लिए रवाना हुई। इसे शहीद के प्रति तीर्थनगरी के नागरिकों की श्रद्धांजलि ही कहेंगे कि हर उम्र और वर्ग के लोग शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए उमड़ आए। बच्चे, नौजवान, बुजुर्ग और उम्रदराज ही नहीं बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां और स्कूली छात्र-छात्राएं भी पूरी अंतिम यात्रा में घर से पूर्णानंद घाट तक करीब छह किलोमीटर का सफर पैदल तय करते हुए निकले। जब शहीद की अंतिम यात्रा घर से शुरू हुई तो एकाएक मौसम भी बदल गया और हल्की फुहारें पडऩे लगी, मानो शहीद के सम्मान में आसमान भी रोने लगा हो। शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर चल रहे सेना के वाहन के आगे और पीछे हजारों की संख्या में चल रहे लोगों ने शहीद के सम्मान में नारे लगाए। अंतिम यात्रा के मार्ग में जगह-जगह पर विभिन्न संगठनों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पवर्षा की। कदम-कदम पर देशभक्ति के तराने गूंज रहे थे।

उधर, मुनिकीरेती पूर्णानंद घाट पर शहीद प्रदीप रावत को सेना की 302 लाइट इंफेंट्री रेजीमेंट के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर व शास्त्र सलामी दी। सेना की ओर से ब्रिगेडियर वीएम चौधरी, मेजर राहुल मिश्रा, कैप्टन सिद्धार्थ सिन्हा ने शहीद को पुष्पचक्र अर्पित किया। वहीं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, काबीना मंत्री सुबोध उनियाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक यमकेश्वर रितु खंडूड़ी, पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ऋषिकेश दीप शर्मा, मुनिकीरेती शिवमूर्ति कंडवाल, उप जिलाधिकारी नरेंद्रनगर लक्ष्मीराज चौहान सहित पूर्व सैनिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उन्हें पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद प्रदीप रावत के चचेरे भाई कुलदीप ङ्क्षसह रावत ने शहीद की चिता को मुखाग्नि दी।

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