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उत्तराखंड में नए बिजली कनेक्शन को ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी जेब, BPL को छोड़ सभी श्रेणियों का शुल्क बढ़ा; यहां देखें

Uttarakhand Electricity Regulatory Commission अब उत्तराखंड में बिजली का नया कनेक्शन लेने पर उपभोक्ताओं को जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) ने बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोग) को छोड़कर अन्य सभी श्रेणियों में नए कनेक्शन का शुल्क बढ़ा दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 09:09 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 09:09 AM (IST)
उत्तराखंड में नए बिजली कनेक्शन को ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी जेब, BPL को छोड़ सभी श्रेणियों का शुल्क बढ़ा; यहां देखें
उत्तराखंड में नए बिजली कनेक्शन को ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी जेब।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Electricity Regulatory Commission अब उत्तराखंड में बिजली का नया कनेक्शन लेने पर उपभोक्ताओं को जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) ने बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लोग) को छोड़कर अन्य सभी श्रेणियों में नए कनेक्शन का शुल्क बढ़ा दिया है। साथ ही इसे लागू भी कर दिया गया है। लो टेंशन (एलटी) कनेक्शन के शुल्क में आठ वर्ष तो हाई टेंशन (एचटी) व एक्स्ट्रा हाई टेंशन (ईएचटी) कनेक्शन के शुल्क में 12 वर्ष बाद बदलाव किया गया है। 

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मीटर टेस्टिंग की होगी वीडियोग्राफी

मीटर टेस्टिंग के दौरान वीडियोग्राफी करने के साथ ही साइट से मीटर उतारकर टेस्टिंग लैब तक ले जाने के लिए विशेष टेंपरप्रूफ बैग का इस्तेमाल किया जाएगा। यूईआरसी ने ऑनलाइन आवेदन के बाद उपभोक्ता की ओर से वितरण अनुज्ञापी के पास आवेदन से संबंधित दस्तावेज जमा करने की अनिवार्यता भी समाप्त कर दी है। यह दरें भूमिगत (अंडरग्राउंड) और ओवरहेड (विद्युत पोल पर खिंची लाइन) पर लागू होंगी।  

40 मीटर दूरी के लिए कनेक्शन शुल्क 

लो टेंशन लाइन के लिए

बीपीएल

ओवरहेड: पहले 100 रुपये अब 100 रुपये

अंडरग्राउंड: पहले शून्य अब 300 रुपये

चार किलोवाट तक

ओवरहेड: पहले 1000 रुपये प्रति 10 मीटर अब 1500 रुपये प्रति 10 मीटर पर

अंडरग्राउंड: पहले शून्य अब 4500 रुपये प्रति 10 मीटर 

चार किलोवाट तक (प्रीपेड मीटर)

ओवरहेड: पहले 1000 रुपये प्रति 10 मीटर अब 1500 रुपये प्रति 10 मीटर पर

अंडरग्राउंड: पहले शून्य अब 4500 रुपये प्रति 10 मीटर 

चार से दस किलोवाट तक

ओवरहेड: पहले 1500 रुपये अब 2000 रुपये

अंडरग्राउंड: पहले 3000 रुपये अब 5000 रुपये 

चार से दस किलोवाट (प्रीपेड मीटर)

ओवरहेड: पहले शून्य अब 2000 रुपये

अंडरग्राउंड: पहले शून्य अब 5000 रुपये

दस से 25 किलोवाट तक

ओवरहेड: पहले 2500 रुपये अब 4000 रुपये

अंडरग्राउंड: पहले 5000 रुपये अब 10 हजार रुपये 

दस से 25 किलोवाट (प्रीपेड मीटर)

ओवरहेड: पहले शून्य अब 4000 रुपये

अंडरग्राउंड: पहले शून्य अब 10 हजार रुपये

एचटी लाइन के लिए

11 केवी कनेक्शन

टर्मिनल उपकरण: पहले 1.5 लाख रुपये अब दो लाख रुपये

फीडर: पहले चार लाख रुपये अब छह लाख रुपये

ओवरहेड लाइन: पहले 40 हजार रुपये प्रति 100 मीटर अब 80 हजार रुपये प्रति 100 मीटर

अंडरग्राउंड केबल: पहले 1.5 लाख रुपये प्रति 100 मीटर अब तीन लाख रुपये प्रति 100 मीटर

ईएचटी लाइन के लिए

33 केवी कनेक्शन

टर्मिनल उपकरण: पहले 10 लाख रुपये अब 20 लाख रुपये

ओवरहेड लाइन: पहले 75 हजार रुपये प्रति 100 मीटर अब 1.25 लाख रुपये प्रति 100 मीटर

अंडरग्राउंड केबल: पहले 2.5 लाख रुपये प्रति 100 मीटर अब पांच लाख रुपये प्रति 100 मीटर 

सिक्योरिटी चार्ज

बीपीएल: पहले 100 रुपये अब 100 रुपये

चार किलोवाट तक (घरेलू): पहले 400 रुपये अब 600 रुपये

चार किलोवाट तक (कॉमर्शियल): पहले 1000 अब 1500 रुपये

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