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Uttarakhand Crime News: वीडीओ भर्ती मामले में RMS कंपनी का सीइओ लखनऊ से गिरफ्तार, ओएमआर शीट से की थी छेड़छाड़

Uttarakhand Crime News यूकेएसएसएससी की ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा भर्ती में ओएमआर शीट से छेड़छाड़ के मामले में एसटीएफ ने आरएमएस टेक्नो सोल्यूशंस के सीइओ राजेश पाल निवासी सैनिक कालोनी रायबरेली रोड लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Sunil NegiPublished: Tue, 27 Sep 2022 09:08 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 09:08 PM (IST)
Uttarakhand Crime News: वीडीओ भर्ती मामले में RMS कंपनी का सीइओ लखनऊ से गिरफ्तार, ओएमआर शीट से की थी छेड़छाड़
Uttarakhand Crime News: वीडीओ परीक्षा मामले में आरएमएस का सीईओ को लखनऊ से गिरफ्तार किया।

जागरण संवाददाता, देहरादून: यूकेएसएसएससी की ग्राम विकास अधिकारी भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट से छेड़छाड़ के मामले में एसटीएफ ने लखनऊ की कंपनी आरएमएस टेक्नो सोल्यूशंस के सीइओ राजेश पाल को गिरफ्तार कर लिया है।

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आरोपित ने ओएमआर शीट के साथ की थी छेड़छाड़

वह लखनऊ में रायबरेली रोड स्थित सैनिक कालोनी का रहने वाला है। आरोपित ने परीक्षा की ओएमआर शीट के साथ छेड़छाड़ की थी। इस प्रकरण में एसटीएफ अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में प्रिंटिंग प्रेस के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार कर चुकी है।

  • वीडीओ भर्ती प्रकरण में यह तीसरी गिरफ्तारी है। उधर, राजेश पाल को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

यूकेएसएसएससी ने वर्ष 2016 में कराई थी परीक्षा

यूकेएसएसएससी ने वर्ष 2016 में ग्राम विकास अधिकारी के 197 पदों के लिए परीक्षा कराई थी। परीक्षा में एक लाख से अधिक युवा शामिल हुए थे, लेकिन जब धांधली की बात सामने आई तो इसे रद कर दिया गया। परीक्षा वर्ष 2017 में दोबारा कराई गई।

  • इस बार 2016 में टापर बने छात्र एकाएक सबसे नीचे आ गए। इससे पुष्टि हुई कि 2016 में हुई इस परीक्षा में धांधली हुई थी।
  • शिकायत करने वाले भी अभ्यर्थी ही थे। प्राथमिक जांच के बाद विजिलेंस ने जनवरी 2020 में मुकदमा दर्ज किया। विजिलेंस की धीमी गति के चलते जांच एसटीएफ को सौंपी गई।

ओएमआर शीट की स्क्रीनिंग का काम आरएमएस को था दिया

ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती परीक्षा में भी आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस कंपनी के मालिक व सीईओ ने गड़बड़ी की। यूकेएसएसएससी की ओर से ओएमआर शीट की स्क्रीनिंग का काम भी इसी कंपनी को दिया गया था। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी तो पता चला कि कंपनी के सीईओ ने ही ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की। एसटीएफ की ओर से यूकेएसएसएससी की ओर से 2021 में करवाई गई स्नातक स्तर की परीक्षा का पेपर भी कंपनी के मालिक ने ही लीक करवाया था, जोकि इस समय जेल में बंद है।

रिमांड में मूसा व योगेश्वर से सूची व पेपर बरामद

स्नातक स्तर के पेपर लीक प्रकरण के मुख्य सरगना सादिक मूसा व योगेश्वर का एसटीएफ ने तीन दिन का पुलिस रिमांड लिया था। आरोपितों को लखनऊ, बाराबंकी आदि स्थानों पर ले जाया गया। बताया जा रहा है कि आरोपितों से अभ्यर्थियों की सूची, पेपर और कुछ रकम बरामद हुई है।

दोनों को रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार को जेल में दाखिल करवा दिया गया। आंबेडकर नगर उप्र निवासी दो लाख के इनामी मूसा व एक लाख रुपये के इनामी योगेश्वर राव निवासी इंद्रानगर, लखनऊ को एसटीएफ ने 15 सितंबर को गिरफ्तार किया था।

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