Uttarakhand Coronavirus Update: राज्य में कोरोना के 20 नए मामले, 11 स्वस्थ; फिलवक्त 78 सक्रिय मामले
Uttarakhand Coronavirus Update स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से 1568 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 1548 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उत्तरकाशी में सबसे अधिक आठ लोग कोरोना संक्रमित मिले ।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Coronavirus Update प्रदेश में गुरुवार को कोरोना के 20 नए मामले मिले, जबकि 11 मरीज स्वस्थ हुए हैं। कोरोना से किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। वहीं, संक्रमण दर 1.28 प्रतिशत रही। प्रदेश में फिलवक्त कोरोना के 78 सक्रिय मामले हैैं। देहरादून में सबसे अधिक 37, जबकि हरिद्वार में 10 व नैनीताल में छह सक्रिय मामले हैं। पिथौरागढ़ में कोरोना का कोई सक्रिय मामला नहीं है।
1548 सैंपल की रिपोर्ट आई निगेटिव
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में निजी और सरकारी लैब से 1568 सैंपल की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें से 1548 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उत्तरकाशी में सबसे अधिक आठ लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, जबकि देहरादून में सात मामले मिले हैं। इसके अलावा हरिद्वार में तीन, पौड़ी व टिहरी में एक-एक व्यक्ति संक्रमित मिला है। अन्य आठ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चम्पावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग व ऊधमसिंह नगर में कोरोना का नया मामला नहीं मिला है। इधर, विभिन्न जिलों से 1986 सैंपल कोरोना जांच को भेजे गए। प्रदेश में इस साल कोरोना के 92,767 संक्रमित मामले मिल चुके हैैं। इनमें से 89,153 (96.10 प्रतिशत) लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। कोरोना संक्रमण से इस साल 275 मरीजों की मौत भी हुई है।
आयुर्वेद सम्मत आदर्श का पालन करने का लिया संकल्प
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में बीएएमएस बैच-2021 के नवागंतुक छात्रों के लिए 15 दिवसीय विद्या आरंभ (दीक्षा संस्कार 2022) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान आयुर्वेद विशेषज्ञों ने छात्रों को जीवन का सार बताया और उन्हें भविष्य में अच्छे कार्यों के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य अतिथि उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष डा. डीएस रावत और कार्यक्रम अध्यक्ष विवि के कुलपति प्रो. सुनील जोशी ने छात्रों का उत्साह बढ़ाया। उनसे अपनी संस्कृति, प्राचीन वैदिक संस्कारों, आयुर्वेद के सिद्धांतों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया। परिसर निदेशक प्रो. राधावल्लभ सती ने कहा कि छात्रों को आयुर्वेद सम्मत आदर्श जीवन शैली एवं दिनचर्या का पालन कर आयुर्वेद का विद्यार्जन कर चिकित्सा सेवा के लिए अपने आप को समर्पित करना चाहिए। इस दौरान प्रभारी कुलसचिव ड. राजेश अधाना, एसोसिएट प्रोफेसर डा. अमित, उप कुलसचिव डा .संजय गुप्ता, योग शिक्षक दिलराजप्रीत कौर, नेहा नंदा, रङ्क्षवद्र जोशी, चंद्र मोहन पैन्यूली, अनिल शाह आदि मौजूद रहे।