उक्रांद गुरुवार से रोडवेज के सभी डिपो पर करेगा धरना प्रदर्शन
उक्रांद कल से रोडवेज के सभी डिपो पर धरना प्रदर्शन करेगा। उक्रांद ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि यदि 21 अक्टूबर शाम तक निष्कासित कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया जाता तो गुरुवार से इन्हीं कर्मचारियों के साथ दल के कार्यकर्ता भी धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे।
देहरादून, जेएनएन। निष्कासित रोडवेज कर्मियों की बहाली व सात माह से रुका वेतन दिलाए जाने की मांग को लेकर उक्रांद कल गुरुवार से रोडवेज के सभी डिपो पर धरना प्रदर्शन करेगा। उक्रांद ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि यदि 21 अक्टूबर शाम तक निष्कासित कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया जाता तो गुरुवार से इन्हीं कर्मचारियों के साथ दल के कार्यकर्ता भी धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे।
कचहरी रोड स्थित उक्रांद के केंद्रीय कार्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में दल के मीडिया प्रभारी शांति भट्ट ने कहा कि सरकार इतनी असंवेदनशील हो गई है कि कर्मचारियों के हित में हाईकोर्ट के आदेशों का भी अनुपालन नहीं कर रही है।यह सरासर हाई कोर्ट की अवमानना है। हाईकोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में रोडवेज के निष्कासित कर्मचारियों को तत्काल सेवा में रखने तथा उनका वेतन देने के साथ-साथ उनसे किसी तरीके का बॉन्ड न कराए जाने के लिए भी आदेश दिया है, पर सरकार कोर्ट की बात मानने के बजाय डबल बेंच में जाने की बात कह रही है। यहां तक कि सरकार इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का भी मन बना चुकी है।
उन्होंने कहा कि निकाले गए यह सभी कर्मचारी लगभग एक दशक से रोडवेज में कार्यरत हैं तथा उत्तराखंड के ही मूल निवासी हैं। सरकार ने इनके हितों की अनदेखी की तो उक्रांद किसी भी हद तक जा सकता है और इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।
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