Top Dehradun News of the day, 10th January 2020: धूप खिलने से लोगों को मिली काफी राहत, दुकान बेचने के नाम पर लाखों की ठगी, ऋषिकेश में बैराज जलाशय में पानी ने लांघी सीमा
दून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। धूप खिलने से लोगों को मिली काफी राहत दुकान बेचने के नाम पर लाखों की ठगी ऋषिकेश में बैराज जलाशय में पानी ने लांघी सीमा।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में शुक्रवार को तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली, तीन दिन तक लगातार बारिश और बर्फबारी के बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज कुछ सुकून देने वाला रहा। धूप खिलने से लोगों ने काफी राहत महसूस की। हालांकि, दून और मसूरी में दोपहर बाद फिर से बर्फीली हवाएं चलने लगीं। जिससे धूप में भी लोगों की कंपकंपी छूट गई। वहीं, जालसाजों ने दुकान बेचने के नाम पर एक युवक से करीब पौने नौ लाख रुपये ठग लिए। इधर, ऋषिकेश में जिला जल विद्युत परियोजना से जुड़े बैराज जलाशय में अचानक पानी सीमा रेखा पार कर गया। आनन-फानन विभाग को गंगा नदी में पानी छोड़ना पड़ा।
धूप खिलने से लोगों को मिली काफी राहत
तीन दिन तक लगातार बारिश और बर्फबारी के बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज कुछ सुकून देने वाला रहा। धूप खिलने से लोगों ने काफी राहत महसूस की। हालांकि, दून और मसूरी में दोपहर बाद फिर से बर्फीली हवाएं चलने लगीं। जिससे धूप में भी लोगों की कंपकंपी छूट गई। वहीं, मसूरी में हुए हिमपात से दुश्वारियां बरकरार हैं। रातभर शहर के अधिकांश हिस्से में बत्ती गुल रही। सुबह के समय नलों में पानी जम गया। उधर, धनोल्टी और चकराता में भारी बर्फबारी के कारण मार्ग बंद है। जिससे धनोल्टी में बाहरी राज्यों के 20 पर्यटक फंसे हुए हैं। यहां दिनभर सड़क से बर्फ हटाने का कार्य चलता रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 10 से 12 जनवरी तक प्रदेश में आसमान साफ रहने की संभावना है, लेकिन 12 जनवरी की शाम मौसम फिर करवट बदल सकता है।
दुकान बेचने के नाम पर लाखों की ठगी
जालसाजों ने दुकान बेचने के नाम पर एक युवक से करीब पौने नौ लाख रुपये ठग लिए। दुकान पर आरोपितों ने बैंक से ऋण भी ले रखा था। पीड़ित की शिकायत पर थाना कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
ऋषिकेश में बैराज जलाशय में पानी ने लांघी सीमा
ऋषिकेश में जिला जल विद्युत परियोजना से जुड़े बैराज जलाशय में अचानक पानी सीमा रेखा पार कर गया। यह आनन-फानन विभाग को गंगा नदी में पानी छोड़ना पड़ा। अचानक पानी छोड़े जाने से हड़कंप मच गया। अनुरक्षण कार्य में लगे करीब डेढ़ दर्जन मजदूर सुरक्षित स्थान की ओर चले गए, जबकि पानी में कार्यदायी संस्थान की छह मशीनें डूब गई। जलाशय का अंतिम लेबल 333.50 मीटर है। पानी 336.50 मीटर तक पहुंच गया।