वैक्सीनेशन में आ रही दिक्कतों से केंद्र को कराया अवगत, पढ़िए पूरी खबर
प्रदेश सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर आ रही दिक्कतों से केंद्र सरकार को अवगत करा दिया है। इसमें मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर में आ रही दिक्कत हैं। माना यह जा रहा है कि वैक्सीनेशन को लेकर इसे लगाने वालों के पास मैसेज नहीं पहुंच पा रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर आ रही दिक्कतों से केंद्र सरकार को अवगत करा दिया है। इसमें मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर में आ रही दिक्कत हैं। माना यह जा रहा है कि वैक्सीनेशन को लेकर इसे लगाने वालों के पास मैसेज नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके अलावा यह बात भी सामने आई है कि कुछ स्वास्थ्य कर्मी अभी वैक्सीन को लगाने में भी झिझक रहे हैं।
प्रदेश में भी इस समय कोरोना वैक्सीनेशन का काम चल रहा है। इसमें यह जानकारी सामने आई है कि कोरोना वैक्सीनेशन का प्रवैक्सीनेशन में आ रही दिक्कतों से केंद्र को कराया अवगततिशत अपेक्षाकृत कम है। पहले दिन जहां 72 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण किया गया था। वहीं, मंगलवार को 65 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों ने वैक्सीनेशन कराया। जब वैक्सीनेशन के मामले कम हुए तो स्वास्थ्य विभाग ने भी इसमें अपने स्तर से पड़ताल कराई। तब यह बात सामने आई कि अधिकांश स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के संबंध में मैसेज ही नहीं प्राप्त हुए हैं।
दरअसल, स्वास्थ्य कर्मियों का पूरा डाटा केंद्र सरकार के पास है। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर बनाया गया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिये ही स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन संबंधी संदेश भेजे जा रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मियों को इन संदेशों को मिलने में भी दिक्कत आ रही है। इसके कई कारण बताए जा रहे हैं। प्रदेश के सुदूरवर्ती इलाकों में नेटवर्क भी एक बड़ी समस्या है। इस कारण मैसेज नहीं पहुंच रहे हैं। इसके अलावा कई स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल नंबर भी बदल चुके हैं। इस कारण उन तक मैसेज नहीं पहुंच पा रहे हैं। इसके अलावा कुछ स्वास्थ्य कर्मी संदेश मिलने के बावजूद वैक्सीनेशन के लिए नहीं पहुंच रहे हैं।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि जो भी तकनीकी समस्याएं आ रही हैं उस संबंध में केंद्र सरकार को अवगत करा दिया गया है। केंद्र ने यह भी कहा कि जो अभी वैक्सीनेशन नहीं करा रहे हैं अथवा जो वंचित रह गए हैं, वे बाद में भी वैक्सीनेशन करा सकते हैं।
यह भी पढ़ें-Coronavirus Vaccination in Uttarakhand: उत्तराखंड में दूसरे दिन 1961 स्वास्थ्य कर्मियों को लगा टीका