प्रेमनगर लूटकांड के मास्टरमाइंड समेत तीन दिल्ली से गिरफ्तार Dehradun News
पुलिस ने प्रेमनगर में देव ज्वैलर्स के यहां बीते सात अक्टूबर को हुई लूट का सनसनीखेज वारदात के मास्टरमाइंड करन शिवपुरी व सोनू यादव समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून, जेएनएन। प्रेमनगर में देव ज्वैलर्स के यहां बीते सात अक्टूबर को हुई लूट का सनसनीखेज वारदात के मास्टरमाइंड करन शिवपुरी व सोनू यादव समेत तीन को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मुख्यालय ने गिरफ्तारी करने वाली टीम को बीस हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। वहीं, एसएसपी ने टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा मेडल दिए जाने की संस्तुति की है।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि देव ज्वैलर्स में लूट की वारदात को में कुल सात आरोपितों की मिलीभगत सामने आई है। इसमें से ज्वेलर सूर्य प्रकाश सोनी, सोनू के भाई सुमित की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि गुरुवार शाम दिल्ली से करन शिवपुरी, सोनू यादव व सतीश को गिरफ्तार किया गया है। शिवेंद्र उर्फ शिवी व मनजीत निवासी दिल्ली अभी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। करन और सोनू के पास से लूट का करीब पांच सौ ग्राम सोना और करीब 12 हजार रुपये नकद बरामद कर लिया गया है। बाइक की बरामदगी के लिए जल्द ही दोनों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
ऐसे पहुंची पुलिस लुटेरों तक
लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद करन और सोनू बाइक से करीब 50 मिनट में हरिद्वार पहुंचे। हर की पैड़ी के एक होटल में रुकने के बाद दिल्ली फरार हो गए। इस बीच घटना में प्रयुक्त बाइक को नजीबाबाद में सड़क किनारे लावारिस छोड़ दिया। हरिद्वार के होटल से सोनू यादव की आइडी मिली, जिससे पता चला कि वारदात में करन और सोनू का हाथ है। इस बीच पुलिस की नजरों से बचते हुए 11 अक्टूबर को दिल्ली से फ्लाइट पकड़ कर गोवा भाग गए। पुलिस को एयर टिकट हाथ लगा तो पुलिस की टीम गोवा पहुंची, लेकिन वहां से दोनों पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए।
इस पर पुलिस ने करन और सोनू के रिश्तेदारों, दोस्तों और उसके साथ जेल गए लोगों की निगरानी तेज कर दी। इस बीच दोनों कर्नाटक और राजस्थान में कई दिन तक छिपे रहे। 26 नवंबर को पता चला कि करन व सोनू दिल्ली में किसी सोनू लंगड़ से मिलने आए हैं। इस पर देहरादून पुलिस की टीम तभी दिल्ली के हर एक इलाके को खंगालने में लगी थी। गुरुवार देर शाम दोनों को पहाडग़ंज से गिरफ्तार कर लिया गया।
ऐसे बना करन-सोनू गैंग
करन की सोनू, मनजीत और सतीश से मुलाकात तिहाड़ जेल में हुई थी। सोनू लूट व सतीश हत्या के प्रयास में बंद था। यहां से छूटने के बाद करन बीते साल हुई ताबड़तोड़ सात चेन स्नेचिंग में पटेलनगर से जेल गया। यहां सूर्य प्रकाश सोनी से दोस्ती हुई। सुमित सोनू का भाई है। करन मूलत: कोटद्वार का रहने वाला है, ऐसे में वह देहरादून आता-जाता रहा। अक्टूबर में करन के कहने पर सूर्य प्रकाश लूट का माल खरीदने पर तैयार हुआ। तब करन ने विकासनगर से लूटी गई चेन प्रेमनगर के जिस ज्वैलर को बेची थी, उसे निशाना बनाने की ठानी और सात अक्टूबर को वारदात को अंजाम दिया। करन ने इसके लिए दो दिन तक रेकी की थी।
दिल्ली में वकील है शिवी
शिवेंद्र उर्फ शिवी दिल्ली में वकील है और करन-सोनू के जेल जाने के बाद उसे बाहर निकालने में भी मदद करता था। वहीं, मनजीत, सुमित और शिवी इन तीनों पर लूट का माल छिपाने का आरोप है। शिवी एनसीआर के चर्चित नीरज बवाना गैंग का भी खास रह चुका है।
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चार टीमें लगी थीं गिरफ्तारी में
आरोपितों की गिरफ्तारी को चार टीमें लगी थीं। मगर इसमें एसओ प्रेमनगर धर्मेंद्र रौतेला, एसओ नेहरू कॉलोनी दिलबर नेगी व एसआइ संजय मिश्र की टीम के काम की एसएसपी ने सराहनीय बताया है।
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