इन दिनों नई टिहरी में जौनपुर और कश्मीर के अखरोट की धूम, बिक रहे इतने रुपये किलो
नई टिहरी में इन दिनों जौनपुर और कश्मीर के अखरोट की धूम मची है। सर्दी का आगाम शुरू होते ही अखरोट की बिक्री भी यहां जोरो पर है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थानीय निवासी अन्य फल और मिठाई के बजाए अखरोट खरीदना ज्यादा पंसद कर रहे हैं।
नई टिहरी, जेएनएन। नई टिहरी में इन दिनों जौनपुर और कश्मीर के अखरोट की धूम मची है। सर्दी का आगाम शुरू होते ही अखरोट की बिक्री भी यहां जोरो पर है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्थानीय निवासी अन्य फल और मिठाई के बजाए अखरोट खरीदना ज्यादा पंसद कर रहे हैं। बाजार में अखरोट तीन सौ से साढ़े तीन सौ रूपये किलों तक बिक रहा है। इसके बावजूद भी अखरोट की खरीददारी बढ़ती जा रही है। इसक मुख्य कारण अखरोट जहां स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है वहीं इसके खराब होने का खतरा भी नहीं होता।
इन दिनों बाजार में अखरोट की सबसे ज्यादा डिमांड है। नई टिहरी बाजार में रामदेव पिछले चार सालों से अखरोट का ही व्यापार कर रहा है। वह जिले के जौनपुर ब्लाक के गांवों से अखरोट एकत्रित कर नई टिहरी लाते हैं, जिसे वह तीन सौ रुपये किलो तक बेचते हैं। इस अखरोट की यहां पर सबसे ज्यादा मांग है। क्योंकि यह काफी स्वादिष्ट होता है।
रामकिशन ने पिछले पंद्रह दिनों में करीब चार सौ कुंतल अखरोट बेचे हैं। वह फड़ी लगाकर अखरोट बेचते हैं, लेकिन काफी मुनाफा कमा लेते हैं। वहीं जाफिर बाजार में सब्जी के साथ कश्मीर का अखरोट भी बेचते हैं। कश्मीर का अखरोट तीन से साढ़े तीन सौ रुपये किलों बिकता है। सर्दियों के मौसम में नई टिहरी में अखरोट स्थानीय निवासियों की पहली पसंद है। कोरोनो को देखते अन्य मिठाइयों के बजाय इस बार अखरोट की मांग ज्यादा है। रामदेव का कहना है कि वह टिहरी जिले के जौनपुर क्षेत्र का ही अखरोट ज्यादा बेचते हैं। क्योंकि इसकी मांग ज्यादा है। पिछले चार सालों से वह अखरोट बेच रहे हैं।
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