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अध्यक्ष ने सचिव के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारों पर लगाई रोक, जानिए क्‍या है उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड का मामला

उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल व सचिव मधु नेगी चौहान के बीच गतिरोध और बढ़ गया है। वहीं अध्यक्ष ने सचिव के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार पर रोक लगा दी है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 24 Jun 2021 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 24 Jun 2021 10:20 PM (IST)
अध्यक्ष ने सचिव के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारों पर लगाई रोक, जानिए क्‍या है उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड  का मामला
सभी सहायक आयुक्त को पत्र भेजकर तत्काल यह सूचना मुहैया कराने को कहा है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल व सचिव मधु नेगी चौहान के बीच गतिरोध और बढ़ गया है। अध्यक्ष ने सचिव के वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही उन्होंने सभी बैंकों को बोर्ड के सचिव पदनाम से संचालित खातों में से धनराशि के निकालने व हस्तांतरित करने से रोक लगाने को भी पत्र लिखा है।

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उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड से वक्त सुर्खियों में छाया हुआ है। इस मामले में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत व बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। मामला मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच चुका है। वहीं, बोर्ड अध्यक्ष व सचिव के बीच भी बीते कुछ समय से लगातार तल्खी चल रही है। कुछ समय पहले अध्यक्ष ने सचिव पर मनमानी का आरोप लगाते हुए उन्हें पदमुक्त करते हुए शासन को पत्र लिखा था। हालांकि, इस दौरान सचिव ने यह स्पष्ट किया कि उन्हें अध्यक्ष नहीं, बल्कि शासन द्वारा ही हटाया जा सकता है। इसके बाद वह बोर्ड में अपना कार्य करती रहीं। अब बोर्ड के अध्यक्ष ने सचिव के समस्त वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार समाप्त करते हुए उन्हें बोर्ड से संबंधित समस्त वित्तीय अभिलेख तथा सामग्री कार्यालय में जमा कराने को कहा है। यह भी कहा गया है कि सचिव के द्वारा कल्याण बोर्ड की कल्याण निधि से से किया गया किसी भी प्रकार का आहरण तथा हस्तांतरण वित्तीय अनियमितता होगा। इसके साथ ही उन्होंने उन सभी बैंकों को भी पत्र भेजे हैं, जहां बोर्ड के खाते हैं। इन पत्रों में अध्यक्ष ने कहा है कि बैंक शाखा में सचिव कर्मकार बोर्ड के हस्ताक्षर से किसी भी प्रकार की धनराशि का भुगतान तथा हस्तांतरण न किया जाए। इसके बाद भी यदि ऐसा किया जाता है तो यह वित्तीय अनियमितता एवं वित्तीय अपराध की श्रेणी में आएगा। सचिव मधु नेगी चौहान के हस्ताक्षर से यदि कोई पत्र बैंक को प्राप्त होता है तो फिर उसकी सूचना अध्यक्ष के मोबाइल अथवा दिए गए ई मेल पर दी जाए।

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श्रमिकों के कल्याण को खातों से हस्तांतरित राशि की भी मांगी जानकारी

 कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष शमेशर सिंह सत्याल ने सहायक श्रम आयुक्तों से पूछा है कि श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई जाने वाली योजनाओं में कर्मकार बोर्ड की कल्याण निधि से कितनी धनराशि का हस्तांतरण किया गया है। सहायक श्रमायुक्तों द्वारा श्रमिकों के खाते में डीबीटी के लिए कितनी धनराशि का अनुरोध किया गया था। उन्होंने सभी सहायक आयुक्त को पत्र भेजकर तत्काल यह सूचना मुहैया कराने को कहा है। 

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