रोडवेज बसों में आ रहा टैक्स चोरी का माल, कार्रवाई को भेजा पत्र
परिवहन निगम मुख्यालय को शिकायत मिली है कि परिवहन निगम की बसों में टैक्स चोरी कर इलेक्ट्रॉनिक्स व अन्य उत्पाद लाए जा रहे हैं।
देहरादून, जेएनएन। परिवहन निगम की बसों में टैक्स चोरी कर इलेक्ट्रॉनिक्स व अन्य उत्पाद लाए जा रहे हैं। परिवहन निगम मुख्यालय को इसकी शिकायत मिली है। इसका संज्ञान लेते हुए निगम के महाप्रबंधक संचालकों ने प्रवर्तन अधिकारियों व देहरादून के जेएनएनयूआरएम डिपो समेत 21 डिपो अधिकारियों को पत्र भेजे हैं। साथ ही कर चोरी का माल लाने पर संबंधित चालक-परिचालकों पर कार्रवाई करने को कहा है।
परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालक) दीपक जैन की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जिन बसों का संचालन दिल्ली रूट पर किया जा रहा है, उनमें वापसी के दौरान टैक्स चोरी का सामान लाया जा रहा है। इससे प्रदेश को जीएसटी के रूप में लाखों रुपये की चपत लग रही है। महाप्रबंधक ने विशेषकर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि दिल्ली से जो बसें पिथौरागढ़ व पर्वतीय रूटों पर आ रही हैं, उनमें सबसे अधिक टैक्स चोरी का माल लाया जा रहा है। यही स्थिति देहरादून व नैनीताल मंडल की बसों में भी है। साथ ही उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अवैध रूप से लाए जा रहे सामान को लेकर संबंधित अधिकारी प्रभावी कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। महाप्रबंधक ने सामान के अवैध परिवहन पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश जारी करते हुए की गई कार्रवाई से अवगत कराने को कहा है।
रोडवेज की कमाई 51 करोड़, खर्चा 56 करोड़
परिवहन निगम (रोडवेज) की हालात में सुधार के लिए प्रबंधन व कर्मचारी संगठनों के बीच शनिवार को बैठक का आयोजन किया गया। सगठनों की विभिन्न मांगों पर सहमति व्यक्त करते हुए अधिकारियों ने जल्द उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
बैठक में अधिकारियों ने कहा कि इस समय निगम की मासिक आय 51 करोड़ रुपये है, जबकि खर्चा 56 करोड़ रुपये है। इस तरह हर माह निगम को पांच करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है। निगम की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए संगठनों ने कई सुझाव रखे। वहीं, निगम प्रबंधन ने कहा कि 300 साधारण बसों की खरीद की प्रक्रिया गतिमान है। साथ ही 200 अनुबंधित बसों को स्थानीय/मध्यम मागरें पर संचालित करने की भी तैयारी चल रही है। इसके अलावा संगठनों के सुझाव के अनुसार डग्गामारी रोकने, हर माह आय व व्यय का मदवार विवरण सार्वजनिक करने, डीजल का समय पर भुगतान करने, जेएनएनयूआरएम डिपो की समीक्षा करने, एफडी के सापेक्ष अधिक निकासी को समाप्त करने आदि पर शीघ्र प्रभावी कार्रवाई अमल में लाने की बात कही गई। बैठक में महाप्रबंधक निधि यादव, वित्त नियंत्रक पंकज तिवारी, महाप्रबंधक संचालक दीपक जैन समेत संगठनों की तरफ से महेंद्र सिंह जीना, दिनेश गोसांई, रवींद्र सिंह भगत आदि उपस्थित रहे।
सीट व डिग्गी को नुकसान
परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने कहा कि टैक्स चोरी कर लाए जा रहे सामान से बसों की सीट, डिग्गी समेत खिड़की व दरवाजों को नुकसान पहुंच रहा है। इस पर रोक लगाने के साथ ही क्षति की भरपाई संबंधित कर्मचारियों से करने के निर्देश भी उन्होंने जारी किए।
इन अधिकारियों को कार्रवाई की जिम्मेदारी
उपमहाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक (प्रवर्तन), मंडलीय प्रबंधक (संचालन/तकनीकी) समेत विभिन्न डिपो के सहायक महाप्रबंधकों को टैक्स चोरी के माल पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
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