कुछ सामान्य उपाय अपनाकर रखें अपनी आंखों का ख्याल
डॉ. सुशील ओझा बताते हैं कि काम करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में पलकें झपकाते रहना चाहिए। इससे आंखे तनाव मुक्त और ताजा रहती है जिससे आंखों की नसों को आराम मिलता है।
देहरादून, सुकांत ममगाईं। कुछ सामान्य उपाय अपनाकर अपनी आंखों को सुरक्षित रखा जा सकता है। डॉ. सुशील ओझा बताते हैं कि काम करते समय थोड़ी-थोड़ी देर में पलकें झपकाते रहना चाहिए। इससे आंखे तनाव मुक्त और ताजा रहती है जिससे आंखों की नसों को आराम मिलता है। वहीं, पूरी नींद लेने से आपकी आंखों के साथ-साथ शरीर को भी आराम मिलेगा। सबसे ज्यादा आपकी आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलेगा। वह कहते हैं कि एसी की सीधी पड़ने वाली ठंडी हवा से भी कार्निया की बीमारी पैदा होने का डर रहता है। आंखों के बचाव के लिए धूप में जाते समय चश्मा लगाएं। इलेक्टिक गैजेट की रोशनी कम रखें। आंखों में डिहाइड्रेशन ना हो इसलिए ठंडे पानी से सुबह-शाम छींटे मारना चाहिए। इससे आंखे हमेशा साफ रहेंगी। अगर आप कहीं बाहर से या लंबे सफर से आ रहे, हो तो घर जाकर ठंडे पानी से एक बार अपनी आंखे धोएं। इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर ही आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है।
स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन चुका है। हाथ में स्मार्टफोन न हो तो लगता है कि कोई बहुत जरूरी चीज छूट गई है। हर पांच-दस मिनट में एकबार मोबाइल देख लेना हमारी आदत बन चुका है। पर स्मार्टफोन के इस कदर इस्तेमाल का सबसे बुरा असर हमारी आंखों पर पड़ता है। डॉ. सुशील ओझा के अनुसार आंखों को सलामत रखना है तो 20-20 का फामरूला अपनाएं। मसलन, अधिकतम 20 मिनट से ज्यादा वक्त तक फोन का इस्तेमाल न करें। इसके बाद कम से कम 20 सेकेंड के लिए रुकें जरूर। फोन या डेस्कटॉप से निगाह हटाएं। टीवी आदि की स्क्रीन बीस फीट की दूरी पर रहेगी तो आंखें सलामत रहेंगी। वह बताते हैं कि मोबाइल फोन से निकलने वाली नीले रंग की रोशनी सामान्य नहीं होती। दिन में तो सूरज की रोशनी होने के कारण यह सीधे नहीं दिखती। रात को फोन इस्तेमाल के दौरान यह नीली रोशनी सीधे रेटिना पर असर डालती है।
आंखों को लेकर बरती गई लापरवाही से बड़ा नुकसान होने की आशंका रहती है। हमें चाहिए कि हम आंखों को तंदुरुस्त बनाए रखने के लिए अपने खानपान पर भी ध्यान दें। खानपान में कुछ चीजों को प्राथमिकता से शामिल कर हम आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।
डॉ. सुशील ओझा के अनुसार स्वस्थ आंखों के लिए कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट जैसे - विटामिन-सी, ल्यूटिन, जियाजैंथिन, विटामिन-ई और जिंक काफी फायदेमंद माने जाते हैं।
इनके लिए हरी सब्जियां जैसे- पालक, ब्रोकली, टमाटर, स्प्राउट्स, सलाद पत्ती आदि को प्राथमिकता से अपने खानपान में शामिल करें। ये सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं। इसलिए अपने आंखों को स्वस्थ रखने के लिए इन हरी सब्जियों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। हरी सब्जियों के तहत ही हमें पत्तेदार सब्जियां भी पर्याप्त मात्र में खाना चाहिए। पत्तेदार सब्जियों की इस श्रेणी में ब्रोकली, ब्रूसेल स्प्राउट, पत्तागोभी, फूलगोभी आदि आती हैं।
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हीटर के अधिक इस्तेमाल से खत्म हो सकती है आंखों की नमी
सर्दियों के मौसम में लोग ठंड से बचने के लिए अपने घरों या कार्यालयों में हीटर चलाते हैं। ऐसे में इस मौसम में हवा में नमी का स्तर वैसे ही कम होता है, जो हीटर चलाने से और कम हो जाता है, जिससे आंखों की नमी और उड़ जाती है। वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. सुशील ओझा के अनुसार कम नमी के कारण सर्दियों में आंखों में सूखापन, खुजली आम समस्या है। इसलिए चेहरे पर सीधे हीटर की गर्मी ना पड़ने दें, क्योंकि इससे आपकी आंखों की नमी सूख सकती है। इसके अलावा, कार में हीट वेंट्स को शरीर के निचले हिस्से की तरफ कर चलाया जाना चाहिए। यदि आप गर्म स्थानों पर समय बिताते हैं, तो हवा में कुछ नमी लाने के लिए एक ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें। बहुत सारे तरल पदार्थ पिएं। जिससे शरीर में नमी बनी रहे। अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने से आपकी आंखों में नमी बनाए रखने में मदद मिलेगी।
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