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गंगा टास्क फोर्स के लिए तीन दिन में होगा सर्वे, पढ़िए पूरी खबर

डीएम देहरादून के आदेश पर गंगा सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने गंगा टास्क फोर्स के गठन पर काम शुरू कर दिया गया है। नगर निगम में पांच अधिकारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी है।

By Edited By: Published: Thu, 07 Nov 2019 10:01 PM (IST)Updated: Fri, 08 Nov 2019 08:51 AM (IST)
गंगा टास्क फोर्स के लिए तीन दिन में होगा सर्वे, पढ़िए पूरी खबर

ऋषिकेश, जेएनएन। गंगा सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने जिलाधिकारी देहरादून के आदेश पर गंगा टास्क फोर्स के गठन पर काम शुरू कर दिया गया है। नगर निगम में पांच अधिकारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी है। चंद्रेश्वर नगर से बैराज आस्था पथ तक आने वाले आश्रमों का विवरण टीम एकत्र करेगी। आश्रम संचालक ही अपने समीप के घाटों की व्यवस्था देखेंगे।

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जिलाधिकारी सी रविशंकर ने 19 अक्टूबर को नगर निगम सभागार में गंगा सुरक्षा समिति की बैठक की थी। जिसमें यहां के आश्रम और धार्मिक संस्थाओं से जुड़े प्रतिनिधियों को बुलाया था। जिलाधिकारी ने गंगा घाटों पर गंगा टास्क फोर्स के गठन के निर्देश दिए थे। कहा था कि गंगा तट पर जितने भी आश्रम है वह अपने आश्रम के सामने आने वाले घाटों की सफाई और सुरक्षा का जिम्मा उठाएंगे। जिस पर सभी ने सहमति जताई थी। नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने बताया कि गंगा टास्क फोर्स के गठन को लेकर नगर निगम के स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

जिस पर सभी ने सहमति जताई थी। नगर निगम की महापौर अनीता ममगाईं ने बताया कि गंगा टास्क फोर्स के गठन को लेकर नगर निगम के स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिसके तहत चंद्रेश्वर नगर से बैराज आस्था पथ तक आने वाले सभी आश्रम और धार्मिक संस्थाओं को चिह्न्ति किया जा रहा है। इनके चिह्नीकरण के लिए मुख्य नगर आयुक्त प्रेम लाल के मार्गदर्शन में टीम का गठन करने को कहा गया है। मुख्य नगर आयुक्त ने  सहायक नगर आयुक्त विनोद पाल, कर अधीक्षक रमेश सिंह रावत, सहायक अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, सफाई निरीक्षक सचिन रावत, डीएस सेमवाल को यह जिम्मेदारी सौंपी है। सभी अधिकारी सभी आश्रम संचालकों से बातचीत करने के बाद सोमवार तक अपनी रिपोर्ट नगर निगम को सौंपेंगे।

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उन्होंने बताया कि गंगा तट पर स्थित आश्रम के सामने वाले और समीपवर्ती क्षेत्र की जिम्मेदारी आश्रम संचालकों को सौंपी जाएगी। संबंधित क्षेत्र में आश्रम संचालक ही सफाई कर्मी, सुरक्षाकर्मी व अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी वहन करेंगे। सभी आश्रम अपने यहां ध्वनि विस्तारक यंत्रों के जरिए भजन कीर्तन सुनाने की व्यवस्था करेंगे। इसके अतिरिक्त आश्रम संचालन संबंधित क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे, श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बेंच, पथ प्रकाश की भी व्यवस्था करेंगे। महापौर के मुताबिक घाटों पर स्वामित्व नगर निगम का रहेगा आश्रम संचालकों को सिर्फ व्यवस्था सौंपी जाएगी।

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