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प्राथमिक स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों के समायोजन में अटका पेच

सरप्लस शिक्षकों के समायोजन में पेच फंस गया है। समायोजन के लिए एक ही प्रकार की सीटें उपलब्ध नहीं होने के कारण समस्या उठी है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 06:11 PM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 06:11 PM (IST)
प्राथमिक स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों के समायोजन में अटका पेच

देहरादून, जेएनएन। प्राथमिक स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों के समायोजन में पेच फंस गया है। समायोजन के लिए एक ही प्रकार की सीटें उपलब्ध नहीं होने के कारण समस्या उठी है। सबसे ज्यादा समस्या देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर में आ रही है। यहां दुर्गम के सापेक्ष दुर्गम और सुगम के सापेक्ष सुगम में समायोजन होना मुश्किल हो गया है। 

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मैदानी जिलों में सुगम स्कूल ज्यादा है और दुर्गम स्कूलों की संख्या कम है। ऐसे में जिन दुर्गम के स्कूलों में शिक्षक ज्यादा हैं, उनके सापेक्ष दुर्गम स्कूलों की कमी के चलते मैदानी जिलों में सरप्लस शिक्षकों के समायोजन में समस्या आ रही है। 

माध्यमिक शिक्षा के अपर निदेशक वीएस रावत ने तीनों जिलों के सीईओ और डीईओ को पत्र भेजते हुए समायोजन के लिए नए सिरे से करने के आदेश दिए हैं। रावत ने कहा कि कुछ जिलों में समायोजन में तकनीकि पेच हैं। इसके लिए जिलों के सीईओ को पत्र भेज कर नए सिरे से डाटा मांगा गया है। सीईओ अपने स्तर से उचित समायोजन के लिए प्रस्ताव बनाने की छूट भी दी है। रावत ने कहा कि सीईओ के भेजे प्रस्तावों को स्टडी करने के बाद शासन भेजा जाएगा। 

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डाटा के लिए भेजा रिमांइडर 

शिक्षा निदेशालय के बार-बार सरप्लस शिक्षकों का डाटा मांगने के बाद भी कई जिलों से निदेशालय को स्पष्ट डाटा नहीं मिल सका है। मंडलीय अपर निदेशक गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट ने सभी सीईओ और डीईओ रिमांइडर भेजते हुए माध्यमिक स्कूलों और इंटर कॉलेजों के सरप्लस शिक्षकों का डाटा मांगा है। उन्होंने रुद्रप्रयाग और पौड़ी को चिह्नित करते हुए, दोनों जिलों से अस्पष्ट डाटा प्राप्त होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी जिलों को स्पष्ट डाटा के साथ दो दिन के भीतर जिले के स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों का डाटा उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। 

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