फ्लोरीकल्चर-ऐरोमेटिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बसंतोत्सव का आयोजन
देहरादून स्थित राजभवन में 24 व 25 फरवरी को बसंतोत्सव का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पुष्प प्रदर्शनी के साथ विभिन्न श्रेणियों की कई प्रतियोगिताएं प्रस्तावित हैं
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: इस वर्ष राजभवन में बसंतोत्सव का आयोजन 24 व 25 फरवरी को किया जाएगा। इस मौके पर उत्तराखंड के ऊंचाई वाले स्थानों पर पाए जाने वाले 'जंबू' पुष्प पर स्पेशल पोस्टल कवर डाक विभाग के सौजन्य से जारी किया जाएगा।
राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बसंतोत्सव के आयोजन के संबंध में कई निर्णय लिए गए। राज्यपाल ने कहा कि बसंतोत्सव के आयोजन के पीछे उद्देश्य है कि उत्तराखंड में फ्लोरीकल्चर व ऐरोमेटिक पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जाए। बताया गया कि पुष्प प्रदर्शनी आम जनता के लिए 24 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम छह बजे तक व 25 फरवरी को सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक खुली रहेगी। इस वर्ष कुल नौ श्रेणियों में 147 पुरस्कार दिए जाएंगे।
24 फरवरी की शाम संस्कृति विभाग के सौजन्य से लोक कलाकारों द्वारा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक प्रस्तुत की जाएगी। आइएचएम व जीएमवीएन के सौजन्य से फूड कोर्ट लगाए जाएंगे। आइटीबीपी, आइएमए बैंड के साथ प्रस्तुति दी जाएगी। बसंतोत्सव में 34 विभाग व संस्थाएं हिस्सा लेंगी। 25 फरवरी को विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेतओं को राज्यपाल द्वारा पुरस्कृत करने के साथ ही दो दिवसीय कार्यक्रम का समापन होगा।
इस वर्ष भी व्यावसायिक, निजी पुष्प उत्पादकों सहित विभिन्न सरकारी उद्यानों की पुष्प प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता, पुष्प आधारित रंगोली, विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित होगी। फूलों तथा प्राकृतिक सौंदर्य पर आधारित फोटो प्रदर्शनी, पेंटिंग तथा विशेष डाक टिकटों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
पुष्प प्रदर्शनी व प्रतियोगिता के लिए विभिन्न श्रेणियों की कई प्रतियोगिताएं प्रस्तावित हैं। इनमें कट फ्लावर, पौटेड प्लांट अरेंजमेंट, लूज फ्लावर अरेंजमेंट, हैंगिंग पॉट्स जैसी प्रतियोगिताओं के साथ-साथ 'ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी' भी आयोजित होगी। बैठक में प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, सचिव दिलीप जावलकर, अरविंद सिंह ह्यांकि के अलावा विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
यह भी पढ़ें: उत्तरायणी मेला: साज-सुरों के साथ पहाड़ी संस्कृति का एहसास
यह भी पढ़ें: विंटर कार्निवल में बिखरेगी संस्कृति की अनोखी छटा
यह भी पढ़ें: पहाड़ की सभ्यता-संस्कृति की अनूठी मिसाल है गढ़ कौथिग मेला, देखें तस्वीरें