अब केदारपुरी में परवान चढ़ेगी नमो की स्वच्छता मुहिम, पढ़िए पूरी खबर
केदारपुरी में नमो की स्वच्छता मुहिम भी परवान चढ़ेगी। केदारपुरी के मास्टर प्लान के मुताबिक संशोधित सीवरेज मैनेजमेंट प्लान तैयार कर इसे केंद्र सरकार को भेजा गया है।
देहरादून, केदार दत्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने के अनुरूप संवर रही केदारपुरी में नमो की स्वच्छता मुहिम भी परवान चढ़ेगी। साढ़े ग्यारह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम के लिए केदारपुरी के मास्टर प्लान के मुताबिक संशोधित सीवरेज मैनेजमेंट प्लान तैयार कर इसे नमामि गंगे परियोजना के तहत केंद्र सरकार को भेजा गया है। 60.77 करोड़ के इस प्रस्ताव केंद्र को मंजूरी मिलते ही सीवरेज प्लान को धरातल पर उतारने की कवायद शुरू कर दी जाएगी।
केदारपुरी का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है और वह खुद भी पुनर्निर्माण कार्यों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि केदारपुरी एकदम नए कलेवर में निखर चुकी है। यही नहीं, प्रधानमंत्री की स्वच्छता मुहिम के तहत केदारपुरी में भी इस पर फोकस किया गया है। इस कड़ी में केदारनाथ के लिए सीवरेज मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया। गत वर्ष जनवरी में नमामि गंगे परियोजना के तहत मंजूरी के लिए इसे केंद्र सरकार को भेजा गया।
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केंद्र ने इस बारे में कुछ आपत्तियां लगाते हुए उत्तराखंड प्रदेश कार्यक्रम प्रबंधन गु्रप (नमामि गंगे) को संशोधित प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए गए। उत्तराखंड पेयजल निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर (गंगा) सीपीएस रावत के मुताबिक केंद्र ने कुछ तकनीकी बिंदुओं पर जानकारी मांगी थी। अब केदारनाथ के मास्टर प्लान के अनुरूप संशोधित प्रस्ताव प्रदेश कार्यक्रम प्रबंधन गु्रप (एसपीएमजी) के जरिये केंद्र को भेजा गया है।
यह है सीवरेज मैनेजमेंट प्लान नमामि गंगे परियोजना में मंजूरी को भेजे गए केदारनाथ के सीवरेज मैनेजमेंट प्लान के तहत वहां एक एमएलडी का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और 2600 मीटर सीवर लाइन का निर्माण होगा। इसके साथ ही सीवरेज पंपिग स्टेशन भी तैयार किया जाएगा। प्रोजेक्ट मैनेजर सीपीएस रावत के अनुसार केदारपुरी के दोनों तरफ सीवर लाइन बिछेगी। इसके जरिये सीवरेज को सरस्वती नदी के संगम से पहले सीवरेज पंपिंग स्टेशन में डाला जाएगा। पंपिंग स्टेशन से सीवरेज को करीब डेढ़ किमी दूर घोड़ापड़ाव के पास बनने वाले एसटीपी में ले जाएगा। यहां से ट्रीटमेंट के बाद साफ पानी को छोड़ा जाएगा।
15 साल तक संचालन और देखरेख
केदारपुरी के सीवरेज मैनेजमेंट प्लान के आकार लेने के बाद कार्यदायी संस्था 15 साल तक इसका संचालन करने के साथ ही देखरेख का जिम्मा भी संभालेगी।
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