एनआइटी के लिए बदले पैटर्न से तय करें लक्ष्य, पढ़िए पूरी खबर
जेईई-मेन का पैटर्न बदलने से एनआइटी में दाखिले के लिए छात्रों को अंकों का नया लक्ष्य तय करना होगा
देहरादून, जेएनएन। जेईई-मेन का पैटर्न बदलने से एनआइटी में दाखिले के लिए छात्रों को अंकों का नया लक्ष्य तय करना होगा। बलूनी क्लासेज के प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि टॉप-10 एनआइटी की कोर ब्रांच प्राप्त करने के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को 300 अंक में करीब 150, ओबीसी को 145 से अधिक, ईडब्ल्यूएस को 140, एससी को 100 से अधिक और एसटी को 70 से अधिक अंक प्राप्त करने होंगे।
दो एग्जाम का नॉर्मेलाइजेशन कर निकाली जाएगी रैंक
जेईई मेन-1 का आयोजन जनवरी और जेईई मेन-2 अप्रैल में होगा। जिस परीक्षा में छात्र केअंक अधिक होंगे, उसके आधार पर वह आइआइटी एंट्रेंस एडवांस के लिए क्वालीफाई करेगा। मेन की ऑल इंडिया रैंक दोनों परीक्षाओं में छात्र को मिले अंकों का नार्मेलाइजेशन करके निकाली जाएगी। दोनों परीक्षाओं के बाद उनके उच्चतम पर्सेंटाइल स्कोर पर ही ऑल इंडिया रैंक जारी की जाएगी। छात्रों की पर्सेंटाइल उनकी परीक्षा शिफ्ट के अनुरूप ही जारी की जाएगी।
ये हैं टॉप-10 एनआइटी
तिरुचिरापल्ली, वारंगल, सूरतकल, प्रयागराज, राउरकेला, जयपुर, कालीकट, नागपुर, कुरुक्षेत्र और सूरत।
न्यूमेरिकल वैल्यू के सवालों से मुश्किल
जेईई-मेन में अब न्यूमेरिकल वैल्यू के सवाल भी आएंगे। इनकी संख्या 15 होगी। अब तक जेईई एडवांस में ही इस प्रकार के सवाल पूछे जाते थे। मेन में न्यूमेरिकल वैल्यू के सवाल आने से एडवांस के लिए छात्रों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। अभी तक एनटीए ने फिजिक्स और केमेस्ट्री के न्यूमेरिकल वैल्यू के सैंपल सवाल अपलोड किए हैं। गणित के सवाल अपलोड नहीं किए गए हैं। न्यूमेरिकल वैल्यू के सवालों को हल करने के लिए वर्चुअल की-बोर्ड उपलब्ध रहेगा।
जेईई-मेन को अब कम दिन, तराश लें अपना ज्ञान
जेईई-मेन को लेकर उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। परीक्षा छह से 11 जनवरी के बीच आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा अब साल में दो बार आयोजित की जाती है। पहली परीक्षा जनवरी में और दूसरी परीक्षा अप्रैल में होगी।
विशेषज्ञों के अनुसार जनवरी सेशन की परीक्षा पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए ताकि उसमें हुई गलतियों को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीति तैयार कर सकें। अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्रा के अनुसार जनवरी सेशन की परीक्षा में अब लगभग एक पखवाड़े का वक्त बचा है। ऐसे में अपनी तैयारी पुख्ता करने के लिए उन टॉपिक के बारे में जान लेना फायदेमंद होगा जिनमें सबसे ज्यादा या कम सवाल पूछे जाते हैं।
फिजिक्स: फिजिक्स में तीन सबसे महत्वपूर्ण विषय करंट इलेक्ट्रिसिटी, मॉडर्न फिजिक्स और इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड हैं। मॉडर्न फिजिक्स, रिजिड बॉडी डायनेमिक्स,इलेक्ट्रोस्टैटिक्स,इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स एंड कम्युनिकेशन और ज्योमेट्रिकल ऑप्टिक्स जैसे विषयों से ठीक सवाल पूछे जाते हैं। प्रेक्टिकल पार्ट पर खास ध्यान देना होगा। इससे तकरीबन 20 प्रतिशत सवाल आते हैं।
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केमिस्ट्री: केमिस्ट्री के टॉप तीन विषय कार्बोहाइड्रेट्स, ट्रांजिशन एलिमेंट्स एंड कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री और पी-ब्लॉक हैं। अक्सर छात्र ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के मुश्किल हिस्से को छोड़कर आसान टॉपिक पर ज्यादा ध्यान देते हैं। यह सही नहीं है। अगर पेपर में ज्यादा स्कोर करना है तो ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के सारे विषयों की तैयारी अच्छे से करें। स्टोइकियोमेट्री, ट्रांजिशन एलिमेंट्स एंड कोऑर्डिनेशन केमिस्ट्री, केमिकल बॉन्डिंग, थर्मोडायनेमिक्स एंड थर्मोकेमिस्ट्री, कार्बोहाइड्रेट्स, अमिनो एसिड एंड पॉलिमर आदि विषय अच्छे से तैयार कर लें।
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गणित: गणित के तीन महत्वपूर्ण टॉपिक वेक्टर, मैट्रिस एंड डिटरमिनेंट्स और डेफिनेट इंटीग्रेशन हैं। बायनॉमियल थ्योरम, मैथेमैटिकल रीजनिंग और इंडेफिनेट इंटीग्रेशन से हर साल अच्छा वेटेज मिलता है। अभ्यर्थी इन टॉपिक पर भी विशेष ध्यान दें ये काफी स्कोरिंग हैं। एप्लीकेशन ऑफ डेरिवेटिव्स, सीक्वेंस एंड सीरीज, मैट्रिस एंड डिटरमिनेंट्स आदि पर भी ध्यान दें।
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