सफलता की राह पर बढ़ते कदम, इंजीनियरिंग का तय करना है सफर
उत्तराखंड के कर्इ युवाओं ने तमाम तरह की चुनौतियों से पार पाकर जेईई मेन में सफलता हासिल की है।
देहरादून, जेएनएन। अगर व्यक्ति कुछ करने की ठान ले तो सफलता कदम चूम ही लेती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है उत्तराखंड के युवाओं ने। बात नवीन सैनी की करें तो उन्होंने तमाम चुनौतियों से पार पाकर जेईई मेन में सफलता हासिल की है। उन्होंने परीक्षा में 99.52 परसेंटाइल अंक प्राप्त किए। इसके साथ कर्इ और छात्रों ने भी मान बढ़ाया है।
रेसकोर्स निवासी नवीन के पिता सुशील कुमार सैनी पेशे से प्लम्बर हैं। बेटे की सफलता देख उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। उनकी मां सुशीला सैनी गृहणी हैं। पिता सुशील ने बताया कि उन्होंने पाई-पाई जोड़ स्कूल और कोचिंग की फीस चुकाई। नवीन ने बताया कि परीक्षा के लिए दसवीं कक्षा में तैयारी शुरू कर दी थी। चार सालों की कड़ी तपस्या केबाद उन्हें यह मुकाम हासिल हुआ।
उन्होंने बताया कि दिन में लगभग छह घंटे रोजाना पढ़ाई के साथ, मॉक टेस्ट से भी तैयारी करते थे। नवीन ने पिछले साल भी जेईई की परीक्षा अच्छे अंको के साथ पास की थी, लेकिन मन मुताबिक ब्रांच नहीं मिलने के कारण एक साल और मेहनत करने की ठानी। नवीन ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है। उनके शिक्षक अविरल क्लासेज के प्रबंध निदेशक डीके मिश्रा का कहना है कि किसी बच्चे में काबिलियत है तो संस्थान भी उसकी मदद करने को तैयार है।
किस विषय में कितने अंक
भौतिक विज्ञान, 99.96 परसेंटाइल
रसायन विज्ञान, 99.87 परसेंटाइल
गणित,97. 75परसेंटाइल
मजदूर के पसीने से निकली सफलता की इबारत
जहां चाह, वहां राह। इस कहावत को नरेंद्रनगर, टिहरी निवासी सुशील ने चरितार्थ किया है। उन्होंने जेईई मेन में 99.18 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं। उनके पिता हर्षपति मजदूरी करके घर चलाते हैं, वहीं माता सुनीता देवी गृहणी हैं। हर्ष ने साल 2018 में भी जेईई परीक्षा पास की थी, लेकिन पारिवारिक कारणों से पिछली दफा कॉउसलिंग में नहीं जा सके, जिस कारण पिछली दफा आइआइटी में दाखिले से वंचित रह गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी व एक बार और मेहनत की। इस बार उन्होंने शानदार सफलता हासिल की है। सुशील ने चार साल की कड़ी मेहनत के बाद यह मुकाम हासिल किया है। बारहवीं तक की पढ़ाई उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय से की है।
किस विषय में कितने अंक
भौतिक विज्ञान, 99.12
रसायन विज्ञान, 99.45
गणित,97.12
जुड़वा भाईयों ने पाया मुकाम
दून के दो जुड़वा भाईयों, आकाश और विकास वर्मा ने जेईई मेन में सफलता अर्जित कर परिवार को दोगुनी खुशी दी है। वह बचपन से साथ ही पढ़े हैं और यह मुकाम भी दोनों ने साथ ही हासिल किया। आकाश ने 98.77 और विकास ने 98.59 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं। उनके पिता केपी वर्मा वन विभाग में एसडीओ पद पर कार्यरत हैं और माता मिथलेश वर्मा गृहणी हैं।
इंजीनियर परिवार को मिलेगा एक और इंजीनियर
दून के उच्जवल सैनी ने जेईई परीक्षा में 98.5 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं। उनके पिता अशोक सैनी इंजीनियर हैं और मां सविता सैनी गृहणी। उच्जवल ने बताया कि उनकी बहन अनु सैनी गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज, कानपुर से डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं। उज्जवल अभी सेंट थॉमस कॉलेज से बारहवीं की पढ़ाई कर रहे हैं। बोर्ड की तैयारी के साथ जेईई में इतने अंक हासिल कर उन्होंने अपना लोहा मनवाया है। उन्होंने दसवीं कक्षा में 94 फीसद अंक हासिल किए थे।
पिता फौजी, बेटा इंजीनियर बनने की राह पर
दून के सौरव कुमार शर्मा ने जेईई मेन की परीक्षा में 97.8 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं। वह अपने परिवार में पहले इंजीनियर बनने जा रहे हैं। उनकेपिता मनोज कुमार सेना में हैं। जबकि मां रूबी शर्मा गृहणी हैं। उन्होंने पिछले साल भी जेईई में सफलता अर्जित की थी। उनकी बारहवीं तक की पढ़ाई केवि आइटीबीपी से हुई है। दसवीं में 10 सीजीपीए और बारहवीं में 93 फीसद अंक उन्होंने हासिल किए।
इलेक्ट्रीशियन की बेटी ने लहराया परचम
नथुवावाला निवासी शिवानी शर्मा ने जेईई परीक्षा में 75 परसेंटाइल अंक हासिल किए हैं। उनके पिता सुंदर कुमार शर्मा इलैक्ट्रीशियन हैं, वहीं मां सरोज शर्मा गृहणी हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया है।
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