Move to Jagran APP

Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, दून समेत इन जिलों में चेतावनी जारी; उफान पर नदियां

Uttarakhand Weather उत्तराखंड में बारिश से हाल बेहाल है। जहां बीते कई दिनों से भारी बारिश हो रही है तो वहीं अब मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शुक्रवार को देहरादून पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं वहीं जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghPublished: Fri, 11 Aug 2023 07:48 AM (IST)Updated: Fri, 11 Aug 2023 07:48 AM (IST)
उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, दून समेत इन जिलों में चेतावनी जारी

देहरादून, जागरण संवाददाता। उत्तराखंड में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा का क्रम बने रहने की आशंका जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, शुक्रवार को देहरादून, पौड़ी और टिहरी में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है।

loksabha election banner

वहीं, चंपावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में बहुत भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट है। अन्य जिलों में भी कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। यह क्रम आगामी 14 अगस्त तक बने रहने की आशंका है। बीते तीन दिनों से दून के कई इलाकों में भारी वर्षा का क्रम बना हुआ है। रोजाना एक से दो दौर भारी वर्षा के दर्ज किए जा रहे हैं। मालदेवता और सहस्रधारा क्षेत्र में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मालदेवता के सरखेत में सड़कें बहने के साथ ही विद्युत पोल बह गए हैं। बांदल नदी के उफान पर होने के कारण ग्रामीणों की आवाजाही ठप है।

घरों में कैद हैं लोग

हालांकि, ग्रामीण रस्सियों के सहारे नदी के इस पार से सामान उस पार पहुंचा रहे हैं। कच्चे पुल बहने से लोग घरों में कैद हैं और वर्षा के दौरान बाढ़ के कारण घरों और दुकानों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा सहस्रधारा में भी बीते दिनों हुए भूस्खलन से चामासारी मार्ग बंद है, जिसे दुरुस्त करने में लोनिवि की जेसीबी जुटी हैं। राजपुर क्षेत्र में भी कई कालोनियों में जल भराव और भूधंसाव की सूचना है।

चंद्रबनी चोयला में 22 घरों में घुसा मलबा

बुधवार रात हुई भारी वर्षा के कारण चंद्रबनी चोयला में आपदा जैसे हालात हो गए हैं। जंगल की ओर से बरसाती नालों के पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा रिहायशी इलाकों में आ गया। इस दौरान करीब 22 घरों में मलबा व पानी घुस गया, जिससे उनका सामान खराब हो गया। क्षेत्रवासियों ने रात जागकर बिताई। कई घरों में रखा राशन भी मलबे से खराब हो गया। कुछ घरों को नुकसान भी पहुंचा है। जबकि, सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आने से आवाजाही भी प्रभावित हो गई।

हटाया जा रहा है मलबा

सुबह नगर निगम की टीम ने जेसीबी से सड़कों से मलबा हटाया। गुरुवार सुबह महापौर सुनील उनियाल गामा ने क्षेत्र का निरीक्षण कर प्रशासनिक अधिकारियों को नुकसान के आकलन के निर्देश दिए। हालांकि, देर शाम तक प्रशासन की ओर से किसी भी अधिकारी के मौके पर पहुंचने की सूचना नहीं है।

ऋषिकेश में बादल फटा 

देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर जिले में कई स्थानों पर वर्षा कहर बनकर बरस रही है। बुधवार रात को ऋषिकेश के नीलकंठ क्षेत्र में बादल फटा। इस दौरान रातभर में 434 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो कि ऋषिकेश क्षेत्र में 12 घंटे के भीतर हुई अब तक की सर्वाधिक वर्षा है। इसके अलावा नरेंद्रनगर में 180 मिमी, कालसी में 173 मिमी, हरिपुर में 144 मिमी, यमकेश्वर में 133 मिमी, टनकपुर में 125 मिमी और रायवाला में 123 मिमी वर्षा दर्ज की गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.