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औली में नेशनल विंटर गेम्स ओएयू की होगी असल परीक्षा, पढ़ि‍ए पूरी खबर

ओलंपिक एसोसिएशन उत्तराखंड पहली बार औली में नेशनल विंटर गेम्स का आयोजन कराएगा। आयोजन की सफलता इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की शीतकालीन खेलों में असल परीक्षा होगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 25 Feb 2019 04:12 PM (IST)Updated: Mon, 25 Feb 2019 04:12 PM (IST)
औली में नेशनल विंटर गेम्स ओएयू की होगी असल परीक्षा, पढ़ि‍ए पूरी खबर

देहरादून, जेएनएन। औली में नेशनल विंटर गेम्स का आयोजन पहली बार ओलंपिक एसोसिएशन, उत्तराखंड (ओएयू) कराएगा। आयोजन की सफलता इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की शीतकालीन खेलों में असल परीक्षा होगी। इसे लेकर विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की निगाहें खेलों पर लगी हुई हैं। 

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देश में शीतकालीन खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी अभी तक विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के पास थी। मगर, इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने इस साल शीतकालीन खेलों को भी अपने अधीन करने का निर्णय लिया है। यही कारण है कि उत्तराखंड के औली में आयोजित हो रही नेशनल स्कीइंग प्रतियोगिता समेत अन्य शीतकालीन खेलों का संचालन भी इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की उत्तराखंड शाखा करेगी। इसके लिए 26 और 27 फरवरी को शीतकालीन खेलों की पांच प्रतियोगिताएं औली में होंगी। मगर, प्रदेश में 18 सालों से शीतकालीन खेलों का जिम्मा संभाल चुकी विंटर गेम्स फेडरेशन के संयोजक आइएएस एसएस पांगती का कहना है कि आयोजन नियम विरुद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रतियोगिता में सेना, अद्र्धसेना के खिलाड़ी भी प्रतिभाग कर रहे हों, उसमें नियमों की अनदेखी करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा, आयोजन की जिम्मेदारी भी ऐसी संस्थान को दी गई है, जिसने एक भी शीतकालीन प्रतियोगिता नहीं कराई है। ऐसे में सवाल भी खड़े हो रहे हैं। 

इन टीमों ने कराया पंजीकरण 

औली में प्रस्तावित शीतकालीन खेलों के लिए अभी तक आइटीबीपी, सेना, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड की मेजबान टीम ने पंजीकरण कराया है। इनमें से जम्मू-कश्मीर की टीम को छोड़ सभी उत्तराखंड पहुंच गई हैं।

दिलीप जावलकर (सचिव पर्यटन) का कहना है कि डब्ल्यूजीएफआइ विवादित होने के चलते इस बार आइओए को खेलों के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी है। सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पांच इवेंट में छह से ज्यादा टीमें प्रतिभाग करेंगी।

राजीव मेहता (महासचिव ओलंपिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया) का कहना है कि विंटर गेम्स फेडरेशन को लेकर आइओए अभी शुरूआती चरण में है। देश के कई राज्यों की सदस्यता अभी होनी बाकी है। विंटर गेम्स के अलग-अलग खेलों की फेडरेशन बनने के बाद डब्ल्यूजीएफआइ स्वत: ही निषेध हो गई है। 

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