President Election : उत्तराखंड में क्रास वोटिंग पर कांग्रेस हाईकमान गंभीर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य करेंगे जांच
President Election कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने क्रास वोटिंग के मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए इस प्रकरण की जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य कमेटी का गठन कर मामले की जांच करेंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : President Election : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर प्रदेश में क्रास वोटिंग से कांग्रेस के भीतर खलबली मची है। पार्टी हाईकमान ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए इस प्रकरण की जांच कर शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी विधायक का क्रास वोटिंग करना पार्टी के साथ धोखा है। उधर, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य कमेटी का गठन कर मामले की जांच करेंगे। आर्य ने कहा कि क्रास वोटिंग अनुशासनहीनता है।
प्रदेश कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दीं
राष्ट्रपति चुनाव में राज्यों से विधायकों के वोटिंग की रिपोर्ट ने प्रदेश कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राज्य में कुल 70 विधायकों में से भाजपा के 47, कांग्रेस के 19 और बसपा के दो विधायक हैं। दो विधायक निर्दलीय हैं। इस चुनाव में तीन विधायक विभिन्न कारणों से वोट नहीं दे सके थे।
भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास और कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ स्वास्थ्य कारणों से वोट नहीं दे सके थे। वहीं कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी बरसात में मार्ग बाधित होने से मतदान से वंचित रहे।
राष्ट्रपति पद की एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को प्रदेश से 51 विधायकों के मत प्राप्त हुए हैं। कांग्रेस के दो विधायकों को छोड़ा जाए तो 17 विधायकों ने मतदान में भाग लिया। वहीं भाजपा के 46 विधायकों ने मतदान किया।
द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में बसपा के दो और दो निर्दलीय विधायकों ने भी मतदान किया। यह आंकड़ा 50 हो रहा है। मुर्मू को 51 यानी एक मत अधिक पड़ा, जबकि एक मत खराब हो गया। ये दोनों ही मत कांग्रेस विधायकों के माने जा रहे हैं। इसमें भी एक विधायक के क्रास वोटिंग करने से कांग्रेस में हड़कंप है।
करन माहरा ने नई दिल्ली में पार्टी हाईकमान को किया सूचित
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने क्रास वोटिंग की जानकारी मिलने पर नई दिल्ली में पार्टी हाईकमान को सूचित किया। हाईकमान ने इसे गंभीर मानते हुए नेता प्रतिपक्ष के माध्यम से जांच कराने को कहा है। जांच रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी। माहरा ने कहा कि पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के प्रत्याशी के पक्ष में मतदान का निर्णय नहीं लिया था।
पार्टी से अलग रुख अपनाना गंभीर विषय है। इससे पार्टी कार्यकर्त्ताओं के मनोबल पर प्रभाव पड़ता है। वहीं कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता यशपाल आर्य ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है। पार्टी के किस विधायक ने यह कदम उठाया, यह जांच का विषय है। पार्टी हाईकमान इस मामले में गंभीर है। जांच के बाद रिपोर्ट हाईकमान को भेजी जाएगी।
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