Coronavirus: झारखंड जाने को घरों से पैदल निकले श्रमिक, पुलिस ने रोका Dehradun News
हथियारी स्थित व्यासी परियोजना स्थल पर काम करने वाले झारखंड के 27 श्रमिक पैदल ही निकल पड़े। पुलिस ने अंबाड़ी में उन्हें रोका और सभी को वापस परियोजना स्थल पर भेजा।
देहरादून, जेएनएन। हथियारी स्थित व्यासी परियोजना स्थल पर काम करने वाले झारखंड के 27 श्रमिक पैदल ही घरों के लिए निकल पड़े। डाकपत्थर चौकी की पुलिस ने अंबाड़ी में उन्हें रोका और सभी को वापस परियोजना स्थल पर भेजा।
श्रमिकों का कहना है कि उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। एक साल से अपने घर नहीं गए, इसलिए बच्चों की चिंता सता रही है। वहीं डाकपत्थर पुलिस चौकी में परियोजना में कार्य कर रही कंपनी के कैशियर को बुलाकर चौकी प्रभारी ने मजदूरों की व्यवस्था करने को कहा और मजदूरों के वापस लौटने पर कार्रवाई को भी चेताया।
बता दें कि बीते बुधवार को भी हथियारी में व्यासी परियोजना से 40 दिहाड़ी श्रमिक पैदल ही अपने झारखंड स्थित घरों को चल दिए थे। सभी को कोतवाली पुलिस ने रसूलपुर पेट्रोल पंप के पास रोककर वापस भेजा था। इसके बाद फिर झारखंड के 27 श्रमिक पैदल ही घरों को जाने के लिए निकल पड़े।
डाकपत्थर चौकी इंचार्ज मुकेश कुमार ने अंबाड़ी में सभी को रोक लिया। दरअसल हथियारी में यमुना पर चल रहे व्यासी जल विद्युत परियोजना निर्माण के कार्य में लगे झारखंड के श्रमिक लॉकडाउन के चलते यहीं पर फंस गए थे। बगैर काम के अब उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा होने लगा तो वह पैदल ही झारखंड जाने का निर्णय लिए।
डाकपत्थर चौकी इंचार्ज मुकेश कुमार के अनुसार पुलिस पूछताछ में श्रमिकों ने आरोप लगाया कि परियोजना स्थल पर उनके खाने पीने की व्यवस्था नहीं की जा रही है। ठेकेदार ने मार्च महीने में लॉकडाउन के 9 दिन का वेतन काटने के अलावा अभी तक कोई अतिरिक्त तौर पर भी वेतन नहीं दिया।
लॉकडाउन के दौरान दिए गए राशन के पैसे भी पहले वेतन से काट लिए गए। ऐसे में उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया। जिसके चलते अब वह घर जा रहे थे। श्रमिकों की शिकायत पर डाकपत्थर चौकी इंचार्ज ने कंपनी के कैशियर अरुण शर्मा से श्रमिकों की व्यवस्था करने को कहा है।
अस्पताल की ओपीडी में मानक तार-तार
विकासनगर के उप जिला राजकीय चिकित्सालय में मरीजों की भीड़ बढ़ने से फिजिकल डिस्टेंस के मानक तार-तार हैं। उपजिला चिकित्सालय में आ रहे मरीज व उनके तीमारदार शारीरिक दूरी के मानकों का ख्याल नहीं रख रहे हैं।
अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की भीड़ कम करने को अलग-अलग चार ओपीडी बनाई है, पर मरीज व तीमारदार की ओर से मानक की अनदेखी की जा रही है। उधर, चिकित्सकों ने राज्य के विभिन्न जगहों से और दिल्ली से आए सात लोगों को होम क्वारंटाइन कराया।
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उप जिला चिकित्सालय में ज्यादा भीड़ न हो, इसलिए अस्पताल प्रशासन ने चार ओपीडी संचालित किया हुआ है। बावजूद इसके अस्पताल आ रहे मरीज फिजिकल डिस्टेंस के मानकों का पालन ही नहीं कर रहे हैं। अस्पताल के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप चौहान के अनुसार मरीजों व तीमारदारों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।
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