टूरिस्ट वीजा पर चीनी नागरिक कर रहा था नौकरी, ऐसे आया पकड़ में
देहरादून में पृुलिस ने एक चीनी नागरिक को टूरिस्ट वीजा पर नौकरी करते हुए पकड़ा है। पुलिस ने उसका वीजा निरस्त करते हुए उसे देश छोड़ने को कहा है।
देहरादून, [जेएनएन]: देहरादून के औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई स्थित कंपनी से खुफिया विभाग ने एक चीनी नागरिक को पकड़ा है। जांच में पता चला कि टूरिस्ट वीजा पर आया यह नागरिक यहां अंबर एंटरप्राईजेज में नौकरी कर रहा था। एसएसपी ने वीजा निरस्त करते हुए उसे देश छोड़ने के निर्देश दिए। पिछले साल दिसंबर में भी सेलाकुई की इसी कंपनी से टूरिस्ट वीजा पर आए एक चीनी नागरिक को नौकरी करते पकड़ा गया था।
देहरादून की एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि स्थानीय अभिसूचना इकाई रूटीन चेकिंग के तहत सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया में काम कर रहे विदेशियों की जांच करने पहुंची थी। इस दौरान अंबर एंटरप्राईजेज की जांच की गई तो पाया कि दो चीनी नागरिक शनिवार को यहां पहुंचे हैं। महिला के पास बिजनेस वीजा मिला, लेकिन दूसरा नागरिक ली चाओ यहां टूरिस्ट वीजा पर आया था। उसके वीजा को निरस्त कर दिया गया। उसे तत्काल देश छोड़ने का नोटिस थमाया गया। रविवार को वापस चीन भेजने के लिए पुलिस टीम उसे लेकर दिल्ली रवाना हो गई है।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि देहरादून में स्थित उन कंपनियों की लिस्ट बनाई जा रही है, जहां विदेशी नौकरी करते हैं। अभियान चलाकर यह देखा जाएगा कि कोई विदेशी यहां वीजा नियमों का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है। यदि ऐसा पाया जाता है तो उन कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अंबर एंटरप्राईजेज में टूरिस्ट वीजा पर चीनी नागरिक के नौकरी करने के दूसरा मामला सामने आने पर उसे भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
वीजा नियमों की अनदेखी पर पुलिस सख्त
टूरिस्ट वीजा पर विदेशी नागरिकों को नौकरी देकर नियमों की धज्जियां उड़ाने वाली कंपनियों से पुलिस अब सख्ती से पेश आएगी। कंपनियों की इस नाफरमानी की वजह से विदेशियों को दून में आसानी से ठिकाना मिल जा रहा है, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
दरअसल, उत्तराखंड हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है। आतंकियों के यहां शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला पाने से लेकर रिहायशी इलाकों में रहकर राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों की रेकी करने तक के मामले पूर्व के वर्षों में सामने आ चुके हैं। खुफिया एजेंसियां तो इसे लेकर अलर्ट मोड में हैं, लेकिन यहां के औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों का रवैया दून पुलिस की चिंता बढ़ा रहा है। सूत्रों की मानें तो इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा पैदा हो सकता है। पुलिस की चिंता यूं ही नहीं बढ़ी है।
बीते साल अगस्त में आइएसबीटी के पास स्थित एक मॉल से थाईलैंड की दो युवतियों को पकड़ा गया था, जो यहां टूरिस्ट वीजा पर कई दिनों से रह रही थीं। इसके बाद दिसंबर में सेलाकुई से चीनी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर पकड़ा गया। तब भी पुलिस ने अंबर एंटरप्राइजेज को नोटिस देकर जवाब मांगा था, लेकिन कंपनी का रवैया अब भी वही है। रविवार को उसी कंपनी से दोबारा चीनी नागरिक के पकड़े जाने से यह बात तो लगभग तय हो गई है कि कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के संवेदनशील मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है।
विदेशियों को देनी होती है सूचना
विदेशियों को यहां आने पर ठहरने वाले जनपद की स्थानीय अभिसूचना इकाई को सूचना देनी होती है। साथ ही उन्हें आने का उद्देश्य और ठहरने की समयावधि के बारे में भी जानकारी देनी होती है।
एएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि चीनी नागरिक के टूरिस्ट वीजा पर नौकरी करने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। सभी थानों को निर्देशित किया गया है कि वह अपने इलाके में सत्यापन अभियान चलाकर ऐसे लोगों को चिह्नित करें। कंपनी को नोटिस दे दिया गया है। उसका जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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