गुलदस्ता देने पर भड़के वन मंत्री हरक सिंह रावत, जानिए इसके पीछे की वजह
एक तरफ प्रदेश में प्लास्टिक पर प्रतिबंध है और दूसरी तरफ अधिकारी ही सरकारी आयोजनों के लिए प्लास्टिक के नकली फूलों के गुलदस्ते स्वागत के लिए ला रहे हैं।
By Edited By: Published: Sat, 29 Jun 2019 09:25 PM (IST)Updated: Sun, 30 Jun 2019 05:21 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। एक तरफ प्रदेश में प्लास्टिक पर प्रतिबंध है और दूसरी तरफ अधिकारी ही सरकारी आयोजनों के लिए प्लास्टिक के नकली फूलों के गुलदस्ते स्वागत के लिए ला रहे हैं। मंडल मुख्यालय पौड़ी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के स्वागत के लिए ऐसे गुलदस्ते लाने पर वन और पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत अफसरों पर बिफर पड़े। उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और पास स्थित बांज-बुरांस की पत्तियों के गुलदस्ते बनवाकर लाने को कहा। इसके बाद मंत्रियों ने यही गुलदस्ते मुख्यमंत्री को भेंट किए।
गढ़वाल कमिश्नरी के 50 साल पूरे होने पर शनिवार को कमिश्नरी मुख्यालय पौड़ी में मंत्रिपरिषद और मंत्रिमंडल की बैठक थी। जब मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, राज्यमंत्री रेखा आर्य हेलीपैड पहुंचे तो अफसरों ने स्वागत के लिए उन्हें प्लास्टिक के फूलों से बने गुलदस्ते थमाने चाहे। इस पर वन मंत्री डॉ.रावत बिफर पड़े।
उन्होंने अफसरों को फटकार लगाते हुए कहा कि एक तरफ हम प्लास्टिक को बैन करने के प्रयासों में लगे हैं और आप प्लास्टिक के फूलों के गुलदस्ते ला रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए इनकी बजाए बांज-बुरांस की पत्तियों से गुलदस्ते बनाए जाएं। आननफानन अधिकारियों ने यह व्यवस्था की और फिर बांज-बुरांस की पत्तियों से बने गुलदस्तों से मुख्यमंत्री की अगवानी की गई।
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