युवाओं में फोटोग्राफी का शौक बनता जा रहा है पैशन
युवा कैमरे के भी उस्ताद बन गए हैं। प्रोफेशनल कैमरा हो तो क्या कहने नहीं तो मोबाइल भी अब पावरफुल कैमरों से लैस हैं। ऐसे में फोटोग्राफी का शौक पैशन बनता जा रहा है।
देहरादून, विजय जोशी। आधुनिक युग में जी रहे युवा कैमरे के भी उस्ताद बन गए हैं। प्रोफेशनल कैमरा हो तो क्या कहने, नहीं तो मोबाइल भी अब पावरफुल कैमरों से लैस हैं। ऐसे में फोटोग्राफी का शौक पैशन बनता जा रहा है। सोशल साइट्स पर तो कई युवा अपने फोटोग्राफी के हुनर से दुनिया को रूबरू करा रहे हैं। फूल-पत्ती से लेकर पशु और पक्षी कुछ भी आसपास दिख जाए तो बस अंदर का फोटोग्राफर जाग उठता है। यही नहीं, कहीं पहाड़ों में या वादियों में जाओ तो भी कैमरा चल जाता है। विहंगम दृश्य, परफेक्ट पिक्चर्स कैमरे में कैद करने के लिए युवाओं में होड़ रहती है। इंस्टाग्राम पर ही देख लीजिए, कई हैंडलर्स रोजमर्रा से लेकर कहीं भ्रमण करते हुए शानदार फोटोग्राफ्स अपलोड करते रहते हैं। फिल्टर के बाद तो दृश्य को और मनमोहक बनाया जा सकता है। देखा जाए तो आज के जमाने में सभी लोग प्रोफेशनल बन गए हैं।
फार्म में छोटी-छोटी गलतियां
युवा जब और आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो उनका हर प्रकार से सहयोग किया जाना जरूरी है। विशेष वर्ग के युवाओं को तो समाज कल्याण की ओर से छात्रवृत्ति भी दी जाती है। हर साल इसमें हजारों आवेदन आते हैं और सत्यापन समेत तमाम दस्तावेजी कार्रवाई के बाद छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाता है। पर कुछ ऐसे 'होनहार' युवा भी हैं, जो अनजाने में छात्रवृत्ति के आवेदन फॉर्म में ही छोटी-बड़ी गलतियां कर बैठते हैं। हैरानी की बात तो ये कि कई तो अपने नाम या माता-पिता के नाम ही गलत दर्ज कर देते हैं। आवेदन में गड़बड़ी देख समाज कल्याण विभाग भी छात्रवृत्ति नहीं जारी करता। फिर क्या, वह विभाग पर आरोप लगाते हैं कि जानबूझकर छात्रवृत्ति नहीं दी जा रही है। अब उन्हें कौन समझाए कि उच्च शिक्षा लेने से पहले स्वयं अपनी बेसिक शिक्षा को मजबूत करना होगा। तभी तो छात्रवृत्ति का लाभ भी है।
आया मौसम प्यार का
वसंत पंचमी के बाद शुरू हो चुका है प्यार का मौसम। पश्चिमी सभ्यता का त्योहार ही सही पर युवाओं में भी वेलेनटाइन का क्रेज कुछ कम नहीं। ऐसे में अब शुरू हो चुका है वेलेनटाइन वीक। तो युवाओं को प्यार के इजहार का इससे अच्छा मौका कहां मिलेगा। पूरे एक सप्ताह इस 'अंग्रेजी' त्योहार को मनाने के लिए युवा भी उत्साहित हैं। स्कूली छात्र भी इसे मनाने से नहीं चूकते। बाजार भी इसे भुनाने की खूब तैयारी में है। इसलिए फूलों की दुकान हो या गिफ्ट शॉप हर जगह वेलेनटाइन वीक की खुमारी है। इस त्योहार में किसी को मिलता है प्यार तो किसी को इन्कार। बहरहाल जो भी हो युवाओं के लिए यह हफ्ता बेहद खास है। प्यार केवल प्रमियों के लिए नहीं, दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए भी जाहिर किया जाता है। यही वजह है कि हमारे देश में भी पश्चिमी सभ्यता को खूब अपनाया जा रहा है।
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दिल्ली भी चर्चा में
दिल्ली में विधानसभा चुनाव हैं। दिल्ली राजनीति का केंद्र भी है। इसलिए, इन दिनों देशभर में दिल्ली चर्चाओं में है। ऐेसे में भला देहरादून कैसे अछूता रह सकता है। बात हो युवाओं की तो देहरादून के युवा किसी से कम भी नहीं। इन दिनों में यहां के युवाओं में भी दिल्ली और वहां की राजनीतिक परिस्थितियों पर बहस और चर्चा का दौर चल रहा है। कमाल की बात तो है यह कि कांग्रेस के समर्थक केवल आम आदमी पार्टी की चर्चा कर रहे हैं। सामान्य चर्चाओं की बात करें तो दिल्ली में शाहीन बाग का प्रदर्शन और उसके इम्पैक्ट की बात की जा रही है। कोई इससे भाजपा को फायदा बता रहा है तो कोई आम आदमी पार्टी को। इसके बीच कांग्रेस को तो दिल्ली में जैसे लोग भूल ही गए हों। खैर जो भी हो, युवाओं में दिल्ली के विधानसभा चुनाव को लेकर काफी दिलचस्पी नजर आ रही है।
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