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गांधी पार्क में सुकून की धूप-छांव में सेहत संवारता ओपन जिम

गांधी पार्क में टीएसआर गोल्ड ओपन जिम खुलने से लोगों की संख्या और बढ़ गई है। इनमें युवाओं के साथ ही बुजुर्ग भी शामिल हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 12:05 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 12:05 PM (IST)
गांधी पार्क में सुकून की धूप-छांव में सेहत संवारता ओपन जिम

देहरादून, हिमांशु जोशी। सर्दियों में गुनगुनी धूप का आनंद और गर्मियों में पेड़ों के नीचे सुकून की छांव। ऐसी जगह, जहां हर मौसम में कुछ पल गुजारकर खुद को तरोताजा महसूस किया जा सके और वह है दून का सबसे पुराना गांधी पार्क। राजपुर रोड पर घंटाघर के पास स्थित है इस पार्क में रोजाना सुबह बड़ी तादाद में हर वर्ग के लोग सैर करने पहुंचते हैं। अब यहां 'टीएसआर गोल्ड ओपन जिम' खुलने से लोगों की संख्या और बढ़ गई है। इनमें युवाओं के साथ ही बुजुर्ग भी शामिल हैं। आइये! आपको भी कराते हैं गांधी पार्क की सैर।

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गांधी पार्क दे रहा 'जिंदगी'

हरियाली की जगह कंक्रीट का जंगल पांव पसार रहा है, लेकिन 20-25 साल पहले देहरादून ऐसा नहीं था। तब उत्तराखंड का 'वेनिस' कहा जाने वाला दून अपनी अठखेलियां करतीं नहरों के लिए जाना जाता था। शहर की इन 'धमनियों' में पानी नहीं, जिंदगी दौड़ा करती थी। ये नहरें जहां बासमती के खेतों, लीची और आम के बागों और साग-सब्जी की पैदावार को प्रोत्साहित करती थी, वहीं तन-मन को सुकून का अहसास भी कराया करती। कभी रिटायरमेंट लोगों का शहर कहा जाने वाला दून आज विकास की अंधी दौड़ में शामिल गया है। तब शुद्ध हवा और हरे-भरे पेड़ दून की पहचान हुआ करते थे, जबकि आज चारों ओर प्रदूषण हैं। ऐसे में शहर का गांधी पार्क लोगों को 'जिंदगी' देने का काम कर रहा है।

समय के साथ बदली लाइफ स्टाइल 

वक्त के साथ-साथ लोगों की लाइफ स्टाइल बदली है। एक्सरसाइज आज हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। इसमें हर वर्ग शामिल है। लड़कियों की पसंद जीरो फिगर है तो लड़कों को ऋतिक रोशन और टाइगर श्राफ की तरह सिक्स पैक्स चाहिए। इसके लिए वे घंटों जिम में पसीना बहा रहे हैं। बुजुर्ग भी सेहतमंद रहने के लिए एक्सरसाइज कर रहे हैं। यह सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है उन्हें गांधी पार्क का 'टीएसआर गोल्ड जिम'। लोग यहां प्रकृति के सानिध्य में तन के साथ मन को भी स्वस्थ बना रहे हैं।

खुली हवा में मुफ्त का जिम 

नगर निगम ने खुली हवा और हरियाली के बीच इस मुफ्त जिम की शुरुआत की है। यह ओपन जिम रोजाना चौबीसों घंटे खुला रहेगा। यह उत्तराखंड का पहला ओपन एयर जिम है। अमृत योजना के तहत नगर निगम ने गांधी पार्क में तीन करोड़ के बजट से सुंदरीकरण और अन्य कार्य कराए हैं। 

 

पहले चरण में बने थे किड्स जोन 

अमृत योजना के तहत पहले चरण में यहां किड्स जोन व जॉगिंग ट्रैक बनाए गए हैं। वहीं, दूसरे चरण में ओपन एयर जिम, म्यूजिकल फाउंटेन बनाए जाने की भी योजना है।

सुकून की तलाश में आते हैं यहां 

चकराता रोड निवासी 80 वर्षीय मधुमती देवी बताती हैं, 'मैं पिछले दस साल से लगातार यहां आ रही हूं। आज से 20 साल पहले शहर में इतना ट्रैफिक नहीं था। शहर शांति और सुकून के लिए जाना जाता था। सड़क के दोनों ओर पेड़ हुआ करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। हरा-भरा यह शहर कंक्रीट के जंगल बन चुका है। हर तरफ गाड़ि‍यों का शोर है। ऐसे में यहां आकर मुझे काफी सुकून मिलता है।' कहती हैं, 'अब तक तो यहां आकर मैं केवल टहला करती थी, लेकिन जिम खुलने से हाथ-पैर की एक्सरसाइज भी हो जाती है। इसके अलावा अपने जैसे ही कई अन्य लोगों से भी मुलाकात हो जाती है।'

मन के साथ तन की तंदुरुस्ती भी जरूरी 

बद्रीश कॉलोनी निवासी सुरेंद्र राणा कहते हैं, 'मन के साथ-साथ तन की तंदुरुस्ती भी बेहद जरूरी है। मैं रोजाना सुबह पहले मन की तंदुरुस्ती के लिए ब्रह्माकुमारी आश्रम में जाता हूं और फिर वहां समय बिताकर गांधी पार्क आता हूं। यह अब मेरे रूटीन का हिस्सा बन गया है।' कहते हैं, गांधी पार्क आकर काफी सुकून मिलता है। एक-दो चक्कर जॉगिंग करने के बाद जिम में हल्की-फुल्की एक्सरसाइज हो जाती है। खुशी की बात यह है कि सरकार ने पार्क में जिम की मशीनें लगा दी हैं। अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि इनका प्रयोग अपना समझकर करें। सरकार को सहयोग करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है।

ट्रेनर की भी हो व्यवस्था  

पेशे से शिक्षक नेहरू कॉलोनी निवासी शिवशरण गौतम बताते हैं कि गांधी पार्क आना उनका रूटीन का हिस्सा है। पहले वे सिर्फ पार्क में सैर किया करते थे, लेकिन ओपन जिम खुल जाने से अब उन्होंने रेगुलर एक्सरसाइज करनी भी शुरू कर दी है। सुबह एक्सरसाइज करने से तन के साथ मन भी स्वस्थ रहता है। हां! अगर जिम में ट्रेनर की व्यवस्था हो जाए तो सोने पे सुहागा। 

एक्सरसाइज से आती है जीवन में खुशी 

28 वर्षीय इंजीनियर प्रीति पांडे का कहना है कि तन-मन स्वस्थ होने पर हमारा आत्मविश्वास भी चरम पर होता है। इसीलिए पिछले दो साल से वह नियमित रूप से गांधी पार्क आ रही हैं। अब कुछ देर पार्क की सैर करने के बाद उन्होंने  नियमित एक्सरसाइज करना भी शुरू कर दिया है।

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ओपन जिम में इन मशीनों के जरिये बनें फिट 

  • रोवर डबल: इसमें दो लोगों का होना जरूरी है। हैंडल के जरिये पहला व्यक्ति दूसरे का वजन कैरी करता है। इसमें थाइज, बॉयसेप, ट्राईसेप और कंधों की स्ट्रेंथ बढ़ती है। 
  • लेग प्रेस डबल : पैरों की ताकत बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। इसमें जांघों पर दबाव पड़ता है। दो व्यक्ति एक साथ व्यायाम कर सकते हैं। 
  • क्रॉस ट्रेनर: कॉर्डिक की समस्या से जूझने वालों के लिए यह बेहतर व्यायाम है। इसमें वॉकिंग स्टाइल में मशीन के जरिये व्यायाम किया जाता है। 
  • डबल ट्विस्टर सिटिंग: इसमें दो व्यक्ति बैठकर सिटिंग ट्विस्ट करके बॉडी फैट को कम कर सकते हैं। इसमें एक्सरसाइज करने के बाद हम चर्बी कम कर सकते हैं। 
  • पैक डेक डबल: ये अपर चेस्ट और फोर आर्म को मजबूत बनाती है। एक व्यक्ति अकेले इसके जरिये व्यायाम कर सकता है। 
  • चेस्ट प्रेस डबल: दो व्यक्ति एक साथ व्यायाम कर सकते हैं। ये चेस्ट को शेप में लाती है। इसमें भी व्यक्ति का वजन ही कैरी होता है। 
  • शोल्डर बिल्डर: इसके जरिये कंधों का व्यायाम होता है। सिंगल हैंड को घुमाकर यह व्यायाम किया जाता है। तीन लोग साथ में व्यायाम कर सकते हैं।
  • डबल वॉर: चेस्ट, ट्राईसेप, पुशअप आदि की एक्सरसाइज होती है। इससे अपर बॉडी की स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए व्यायाम किया जा सकता है। 
  • सिटअप बोर्ड:  इसके जरिये सिटअप लगाए जा सकते हैं। बॉडी के वजन को सपोर्ट देने के लिए लेग स्टैंड दिए गए हैं।
  • स्काई वॉकर: इस पर दो व्यक्ति पैरों और थाइज का व्यायाम कर सकते हैं। 

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