सीएम दरबार में पहुंची एनएचएम घोटाले की फाइल, जानिए पूरा मामला
एनआरएचएम में हुए दवा वितरण घोटाले में अब आरोपित सात स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सीबीआइ जांच की कार्रवाई को लेकर फाइल फिर से मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी गई है।
By Edited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 08:15 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 03:01 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) में हुए दवा वितरण घोटाले में अब आरोपित सात स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सीबीआइ जांच की कार्रवाई को लेकर फाइल फिर से मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी गई है। सीबीआइ द्वारा इस संबंध में भेजे गए रिमाइंडर के बाद अब स्वास्थ्य विभाग के साथ ही गृह विभाग में पूर्व में तैयार की गई पत्रावलियों को भी संलग्न किया गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही मुख्यमंत्री इस मसले पर अधिकारियों से विस्तृत चर्चा कर कोई निर्णय ले सकते हैं।
उत्तराखंड में एनआरएचम घोटाले में आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई का मसला गरमाया हुआ है। दरअसल यह मामला सबसे पहले तब सामने आया था जब वर्ष 2010 में रुड़की के एक नाले में काफी मात्रा में दवाइयां मिली थीं। इस पर विभागीय स्तर से जांच की गई लेकिन इसके कोई ठोस परिणाम नहीं निकले। यह मामला सूचना आयोग में भी पहुंचा। आयोग द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच सीबीआइ से कराने की संस्तुति की गई। शासन ने भी इस संबंध में सीबीआइ को पत्र भेजा।
वर्ष 2014 में शासन ने मामले की जांच के लिए सीबीआइ को पत्र लिखा। सीबीआइ ने शुरुआत में इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई लेकिन फिर अचानक ही उसने मामले की जांच का निर्णय लिया। सीबीआइ ने सितंबर माह में शासन को एक पूर्व सीएमओ समेत सात लोगों के नामों की सूची देते हुए इन पर कार्रवाई करने की अनुमति मांगी।
जब एक माह तक शासन से कोई जवाब नहीं मिला तो सीबीआइ ने फिर रिमाइंडर भेजा। इस पर यह पत्रावली तेजी से चल निकली है। अब शासन ने प्रकरण की समस्त पत्रावलियां सीएम कार्यालय को भेज दी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर मुख्यमंत्री स्तर पर बैठक के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।
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