अब इस तरह से हाइटेक होगी दून की बिजली व्यवस्था, जानिए
देहरादून की बिजली व्यवस्था जल्द ही हार्इटेक होने जा रही है। जिससे लाइन या ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर घंटों बिजली गुल नहीं रहेगी।
देहरादून, [जेएनएन]: जल्द ही दून की बिजली व्यवस्था हाइटेक हो जाएगी। लाइन या ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर घंटों बिजली गुल नहीं रहेगी, बल्कि वैकल्पिक व्यवस्था से पलक झपकते ही आपूर्ति सुचारू हो जाएगी। पुनर्गठित त्वरित विद्युत विकास योजना (आरएपीडीआरपी) के तहत सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्वेजीशन सिस्टम (स्काडा) का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है। जून के पहले सप्ताह में इस सिस्टम से बिजली व्यवस्था कंट्रोल करने की योजना है। इससे फॉल्ट ठीक होने में कम वक्त लगेगा, व्यवस्था की प्रभावी मॉनिटरिंग भी होगी।
स्काडा सिस्टम के तहत फीडर में उपकरण लगाए गए हैं। इससे बिजली व्यवस्था में आने वाले हर व्यवधान की जानकारी कंट्रोल रूम को तुरंत मिल जाएगी। अगर किसी फीडर में फॉल्ट आएगा तो दूसरे फीडर से तत्काल संबंधित क्षेत्र में बिजली आपूर्ति चालू हो जाएगी। साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि फीडर के कौन से हिस्से में फाल्ट आया है। अगर बिजली बंद करने की जरूरत पड़ती है तो पूरा फीडर बंद नहीं करना पड़ेगा। कंट्रोल रूम से सिर्फ उक्त हिस्से को छोड़कर फीडर चालू किया जा सकेगा। इसके बाद संबंधित जेई को सूचित कर दिया जाएगा कि कहां पर फाल्ट है।
उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के निदेशक परियोजना एमके जैन ने बताया कि अभी तक फाल्ट को तलाश करने में ही काफी वक्त लगता है। स्काडा शुरू होने के बाद निगरानी होगी कि संबंधित जेई या एसडीओ को सूचित करने के बाद फाल्ट दुरुस्त करने में कितना वक्त लगा। ये जानकारी भी मिलती रहेगी कि किस लाइन में कितना करंट दौड़ रहा है और कितना मिल पा रहा है। कहां सबसे ज्यादा बिजली की खपत हो रही है और कहां सबसे कम। सभी फीडरों में उपकरण स्थापित हो चुके हैं और अब इन्हें कनेक्ट करने का कार्य हो रहा है।
राजस्व भी बढ़ेगा
य पीसीएल के निदेशक परियोजना एमके जैन ने बताया कि स्काडा सिस्टम से राजस्व हानि भी कम होगी। क्योंकि, फाल्ट से बिजली बंद होने की स्थिति में राजस्व की हानि होती है।
स्काडा से 21 बिजली घर जुड़े
स्काडा सिस्टम का कार्य करीब तीन साल पहले शुरू हुआ था। तब 17 सब स्टेशन इसमें शामिल थे। यह योजना सिर्फ देहरादून शहर यानी नगर निगम क्षेत्र के लिए थी। इसमें ग्रामीण खंड के अजबपुर सब स्टेशन से जुड़े दो फीडर डिफेंस कॉलोनी और एमडीडीए को भी शामिल किया गया। अब शहरी क्षेत्र में चार बिजली घर और बन गए हैं। यानी कुल 21 बिजली घर इससे जुड़े हैं।
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