छह महीने बाद घरों से निकले खिलाड़ी, एसओपी ने जगाई उम्मीद
अब अनलॉक 4 में खिलाड़ी अपने घरों से बाहर कदम बढ़ाने लगे हैं। खिलाड़ी अपने खेल को धार देने के लिए अपने स्तर पर अभ्यास कर रहें हैं।
देहरादून, जेएनएन। वैश्विक कोरोना महामारी के चलते विश्वभर में उथल पथल मची हुई है। खेल जगत भी इस महामारी के अछूता नहीं रहा है। जिस कारण खेल गतिविधियां अभी तक ठप पड़ी हैं। खिलाड़ी भी घरों में कैद रहे। लेकिन अब अनलॉक 4 में खिलाड़ी अपने घरों से बाहर कदम बढ़ाने लगे हैं। खिलाड़ी अपने खेल को धार देने के लिए अपने स्तर पर अभ्यास कर रहें हैं। इस दौरान खिलाड़ी कोविड-19 के नियमों का ध्यान रख रहें हैं।
सन्नी राणा गेंदबाजी को दे रहे धार
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के तेज गेंदबाज सन्नी राणा अभ्यास करने के लिए मैदान में उतर रहें हैं। सन्नी राणा देहरादून की अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी में अभ्यास कर रहे हैं। सन्नी राणा ने बताया कि वह सहायकों की मदद नहीं ले रहें हैं। नेट प्रैक्टिस में ओवर पुरे करने के बाद खुद ही गेंद एकत्र कर रहें है, जबकि तेज गेंदबाज दीपक धपोला भी अपने घर के पास मैदान पर अभ्यास कर रहे हैं।
बोलिंग मशीन का सहारा ले रहे करनवीर
उत्तराखंड के सलामी बल्लेबाज करनवीर कौशल कोविड 19 को ध्यान में रख अभ्यास कर रहें हैं। इसके बचाव के लिए वह गेंदबाजों की बजाय बोलिंग मशीन का सहारा ले रहें हैं। जिससे कॉन्टैक्टलेस अभ्यास हो सके। करनवीर ने कहा कि पिछले छह महीने में खेल को काफी नुकसान हुआ है, लेकिन अब उससे उबरकर आगे ध्यान रखना है। और जल्द से जल्द लय बरकरार रखनी है।
एथलीट सूरज लगा रहे लंबी दौड़
उत्तराखंड के एथलेटिक्स खिलाड़ी सूरज पंवार लंबी दौड़ लगानी शुरू कर रहें हैं। छह महीनों से घर में कैद एथलीट धीरे धीरे अपनी रफ्तार बढ़ा रहें हैं। एथलीट सूरज पंवार ने बताया कि लॉकडाउन में वह घर में ही अपनी तैयारी कर रहे थे। लेकिन अब कुछ बहार निकलना शुरू कर दिया है। धीरे धीरे लम्बी दौड़ लगाई जा रही है। अभी 15 से 20 किमी की दौड़ चल रही है।
क्या बोले कोच
- अनूप बिष्ट (एथलेटिक्स कोच) का कहना है कि लॉकडाउन में खिलाड़ियों का बहुत नुकसान हुआ है। बस यह राहत है कि सभी के लिए ऐसा हुआ है। अब कुछ राहत मिली है तो खिलाड़ियों ने घर से बाहर निकलना शुरू किया है। कोच अपने-अपने खिलाड़ियों से लगातार संपर्क में हैं। उन्हें इंजरी से बचाने के लिए लगातार जरूरी निर्देश दे रहें हैं।
- डीएम लखेड़ा (वरिष्ठ फुटबॉलर) का कहना है कि लॉकडाउन में खेल अंतिम सांस गिनने को मजबूर है। यह खिलाड़ियों का ही जज्बा है जो वह दूसरी शुरुआत करने को तैयार हैं। अब धीरे धीरे खेल खुल रहें हैं। उम्मीद है कि जल्द ही खेल अपनी रफ्तार पकड़ लेगा।