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उत्‍तराखंड के पहाड़ी उत्‍पादों की बढ़ती जा रही मांग, अब दिल्ली में भी बिकेगा पहाड़ी घी, पनीर और मटन

उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों की डिमांड बढ़ती जा रही है। अब दिल्ली में भी उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पाद बिकते नजर आएंगे। पहाड़ी घी पनीर व मटन को दिल्ली एनसीआर में दिल्ली नीड्स सुपर मार्केट प्राइवेट लिमिटेड के 17 स्टोर के माध्यम से बेचा जाएगा।

By Sumit KumarEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 05:11 PM (IST)Updated: Tue, 21 Sep 2021 08:32 PM (IST)
पहाड़ी घी, पनीर व मटन को दिल्ली एनसीआर में 17 स्टोर के माध्यम से बेचा जाएगा।

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पादों की डिमांड बढ़ती जा रही है। अब दिल्ली में भी उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पाद बिकते नजर आएंगे। पहाड़ी घी, पनीर व मटन को दिल्ली एनसीआर में दिल्ली नीड्स सुपर मार्केट प्राइवेट लिमिटेड के 17 स्टोर के माध्यम से बेचा जाएगा।

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सोमवार को राजपुर रोड स्थित राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के मुख्यालय पर सहकारिता, डेरी, पशुपालन विभाग के सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम की मौजूदगी में राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के अधिकारियों और दिल्ली नीड्स सुपर मार्केट प्रालि. के अधिकारियों के बीच एमओयू हस्ताक्षर किया गया। जिसमें देहरादून, चमोली, चंपावत और बागेश्वर में उपार्जित दूध से बने आंचल ब्रांड के प्रीमियम डेरी उत्पाद, बद्री गाय घी, पहाड़ी घी व पनीर को दिल्ली एनसीआर मार्केट में 17 स्टोर के माध्यम से बेचा जाएगा।

इसके अलावा पहाड़ी बकरे के मटन के लिए भी नीड्स सुपर मार्केट और हिमालयन गोट मीट प्राइवेट लिमिटेड के साथ अनुबंध किया गया है। इससे उत्तराखंड के भेड़ बकरी पालकों व दुग्ध उत्पादकों की आजीविका में वृद्धि होगी। एमओयू के दौरान राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना के परियोजना निदेशक जयदीप अरोड़ा, उत्तराखंड डेरी फेडरेशन लि. के प्रबंधक निदेशक राजीव आर सिंह आदि मौजूद रहे।

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ऋषिकेश में पशुपालकों को दी योजनाओं की जानकारी

राष्ट्रीय पशु धन विकास योजना के तहत रानीपोखरी क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़कोट में पशुपालकों को पशुओं में होने वाले रोग व उनके निवारण के प्रति जागरूक किया गया।

ग्राम पंचायत बड़कोट के पंचायत भवन डांडी में सोमवार को पशु पालक जागरूकता एवं पशु बांझपन निवारण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें डा. दुबे ने पशुपालकों को बांझपन, पशु धन बीमा, पशुओं में होने वाले रोग तथा उनके निवारण की जानकारी दी। वहीं पशु पालन विभाग की ओर से संचालित विभागीय योजनाओं बकरी पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन, गाय पालन, भैंस पालन की भी ग्रामीणों को जानकारी दी गई। पशु चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश कुमार रतूड़ी ने ई गोपाला एप की जानकारी दी।

इस अवसर पर समाज सेवी अशोक कुमार ने कहा कि कमजोर वर्ग के नागरिकों को पशु पालन स्वरोजगार योजना का लाभ उठाना चाहिए। इस अवसर पर पशु पालकों को निश्शुल्क दवा भी वितरित की गई। शिविर में महावीर प्रसाद रतूड़ी, चंद्र सिंह नेगी, गौतम, अनिल कुमार, बिजेंद्र, धर्म सिंह आदि मौजूद रहे।

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