अब किसान भी जुड़ेंगे ई-बैंकिग सेवा से, जल्द होगी योजना शुरू
अब किसानों को भी ई-बैंकिंग सेवा से जोड़ा जाएगा। अगले कुछ महीनों में ये कवायद परवान चढ़ जाएगी।
देहरादून, [जेएनएन]: इंटरनेट के युग में अब केंद्र सरकार ने किसानों को भी ई-बैंकिंग सेवा से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए सहकारी बैंकों को नेट एवं मोबाइल बैंकिंग से जोड़ा जा रहा है। इससे बैंक के उपभोक्ताओं को ई-बैंकिंग सेवाओं का लाभ लेने को प्रेरित किया जाएगा। अगले कुछ महीनों में योजना शुरू होने की उम्मीद है।
दरअसल, ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में सहकारी बैंकों का कामकाज अधिक है। इन बैंकों के अधिकांश उपभोक्ता किसान एवं ग्रामीण हैं। इसलिए इन बैंकों में नेट बैंकिंग सेवाएं शुरू नहीं हो पाई। लेकिन, अब बदलते वक्त में सहकारी बैंकों में भी नेट बैंकिंग के साथ ही मोबाइल बैंकिंग की सेवाओं की जरूरत महसूस होने लगी है। इसमें किसान इंटरनेट के माध्यम से दूसरे बैंक खाते में मनी ट्रांसफर, ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे। उन तमाम सेवाओं का लाभ भी मिलेगा, जो अन्य बैंकों में उपलब्ध हैं।
सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के सहकारी बैंकों में ई-बैंकिंग सेवाएं शुरू करने की योजना है। इसके लिए प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। कुछ महीनों में सेवा शुरू हो जाएगी।
पांच नए बैंकों की स्थापना जल्द
प्रदेश में जल्द ही पांच नए सहकारी बैंकों की स्थापना की जाएगी। ये बैंक पिथौरागढ़, रुद्रपुर, रुद्रप्रयाग, काशीपुर, नैनीताल में खोले जाने हैं।
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