दून में रणजी मैच को टीमें तैयार, उत्तराखंड को हराना नहीं होगा आसान
उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रहे रणजी मैच के लिए उत्तराखंड और बिहार की टीमें तैयार हैं। दोनों ही टीमों ने मैच की तैयारी के लिए खूब पसीना बहाया।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में पहली बार आयोजित हो रहे रणजी मैच के लिए उत्तराखंड और बिहार की टीमें तैयार हैं। दोनों ही टीमों ने मैच की तैयारी के लिए खूब पसीना बहाया। इस बार बिहार को उत्तराखंड की टीम को हराना आसान नहीं होगा।
घरेलू मैदान पर उत्तराखंड को हराना बड़ी चुनौती: प्रज्ञान ओझा
बिहार रणजी टीम के कप्तान एवं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर प्रज्ञान ओझा ने कहा कि हमारी टीम युवा खिलाड़ियों से भरी है। हम उत्तराखंड से जीतने के इरादे से मैदान में उतरेंगे। हालाकि उत्तराखंड को उसके घर में हराना बड़ी चुनौती होगी।
उत्तराखंड व बिहार के बीच एक नवंबर से रायपुर स्थित राजीव गाधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में रणजी ट्रॉफी का मुकाबला खेला जाना है। प्लेट ग्रुप में शामिल दोनों टीमें विजय हजारे ट्रॉफी में भिड़ चुकी हैं। रणजी ट्रॉफी में उत्तराखंड से खेलने के लिए बिहार की टीम सोमवार रात दून पहुंच गई थी। मंगलवार को टीम पहली बार राजीव गाधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम प्रैक्टिस के लिए पहुंची और खिलाड़ियों ने खूब पसीना बहाया।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में टीम के कप्तान बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने कहा कि बिहार और उत्तराखंड की टीमें पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि विजय हजारे में क्वालीफाई करने के बाद खिलाड़ियों का मनोबाल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी क्रिकेट में अपनी पहचान बनाए हुए हैं। विजय हजारे में भी टीम का प्रदर्शन शानदार रहा है। रणजी में दोनों टीमों के बीच रोमाचक मुकाबला देखने को मिलेगा।
बिहार टीम के कोच सुब्रतो बेनर्जी ने कहा कि रणजी एक अलग प्लेटफार्म है। रणजी में लाल गेंद से 90 ओवर खेलने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार का स्पिन पक्ष मजबूत है, लेकिन उत्तराखंड को हल्के में नहीं ले सकते। जो भी टीम गेंद व बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करेगी वह मैच को अपना बनाने में कामयाब रहेगी।
वहीं, उत्तराखंड टीम के कोच भास्कर पिल्लई ने कहा कि हमारी टीम संतुलित है। टीम में सीनियर खिलाड़ी भी हैं, जिनको रणजी मैचों को अनुभव है, इसका फायदा टीम को जरूर मिलेगा। कुछ नये खिलाड़ी टीम में शामिल किए गए हैं, जो बेहतरीन क्रिकेट खेलते हैं। 18 साल बाद दोनों टीम रणजी ट्रॉफी खेलने उतरेंगी।
मन को भाया स्टेडियम
बिहार टीम के कोच सुब्रतो बेनर्जी को राजीव गाधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम काफी पसंद आया। उन्होंने कहा कि स्टेडियम भारत के सबसे सुंदर स्टेडियमों से एक है। उन्होंने कहा कि यह पहला स्टेडियम है जो सरकार की निगरानी में रहते हुए भी बेहतरीन है।
दोनों टीमों ने बहाया पसीना
उत्तराखंड की टीम प्रैक्टिस सेशन के लिए रायपुर स्टेडियम पहुंची। जहां खिलाड़ियों ने दो अभ्यास पिचों पर जमकर पसीना बहाया। एक पिच पर बल्लेबाजों ने प्रैक्टिस की। उत्तराखंड के गेंदबाजों ने सिंगल स्टंप पर प्रैक्टिस की। बाद में बिहार की टीम स्टेडियम पहुंची और अभ्यास सत्र शुरू किया।
खेल मंत्री भी रहेंगे मैच में शामिल
उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पाडे एक नवंबर से शुरू हो रहे रणजी मैच में दर्शक के तौर पर मैच का आनंद उठाते नजर आएंगे। खेल मंत्री के ओएसडी नरेंद्र तिवारी ने बताया कि मंत्री अरविंद पाडे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए दर्शक दीर्घा में मौजूद रहेंगे। इसके लिए यूसीसीसी समन्वयक प्रो. रत्नाकर शेट्टी ने उन्हें मैच शुरू कराने के लिए आमंत्रित किया है।
रणजी मुकाबले में दर्शकों को मिलेगी फ्री एंट्री
उत्तराखंड व बिहार के बीच खेले जाने वाले रणजी मैच का लुत्फ उठाने के लिए क्रिकेट प्रेमियों को कोई शुल्क नहीं चुकाना पड़ेगा। राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में दर्शकों को निश्शुल्क एंट्री मिलेगी। रणजी मुकाबले के साथ ही स्टेडियम में राष्ट्रीय टूर्नामेंट के आयोजन की भी शुरुआत होगी।
उत्तराखंड व बिहार के बीच एक से चार नवंबर तक रायपुर स्थित स्टेडियम में रणजी मैच खेला जाएगा। मैच के लिए स्टेडियम में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मई-जून में अफगानिस्तान-बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय टी-20 सीरीज खेली जा चुकी है।
यह दूसरा मौका होगा जब स्टेडियम में क्रिकेट का बड़ा आयोजन हो रहा है। रणजी के रण को देखने के लिए प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट प्रेमियों के पहुंचने को कोई टिकट नहीं रखा गया है। उत्तराखंड क्रिकेट कंसेंसस कमेटी के समन्वयक रत्नाकर शेट्टी ने बताया कि एक नवंबर उत्तराखंड क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। उत्तराखंड की टीम पहली बार बीसीसीआइ के रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलने मैदान में उतरेगी।
उन्होंने बताया कि मैच में दर्शकों की एंट्री फ्री रहेगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पांडेय मैच से पहले दोनों टीमों का परिचय प्राप्त करेंगे। इसके बाद खेल मंत्री दर्शक दीर्घा से मैच देखकर खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ाएंगे।
मैच देखने के लिए दर्शक थानो रोड पर स्टेडियम के गेट नंबर दो से अंदर प्रवेश करते हुए सीधे ईस्ट स्टैंड पर जाएंगे। कोई भी दर्शक अपने साथ खाने-पीने या अन्य वस्तु लेकर प्रवेश नहीं कर सकेगा। उन्होंने बताया कि टीमें नॉर्थ पवेलियन में रहेंगी।
सीएम से की टीम चयन में गड़बड़ी की शिकायत
उत्तराखंड की सीनियर महिला टीम की चयन प्रक्रिया में गड़बड़ी का मामला मुख्यमंत्री दरबार पहुंचा गया है। महिला खिलाडिय़ों ने चयन प्रक्रिया दोबारा कराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
उत्तराखंड की सीनियर महिला टीम की चयन प्रक्रिया 24 से 26 अक्टूबर तक सेलाकुई इंटरनेशनल स्कूल में संपन्न हुई थी। इसके लिए प्रदेशभर से 119 खिलाडिय़ों ने ट्रायल दिया था। बीसीसीआइ से आए चयनकर्ताओं ने प्रदर्शन के आधार पर 20 संभाविताओं का चयन कैंप के लिए किया।
इनमें अंडर-19 टीम में शामिल सात खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया। साथ ही एक चोटिल खिलाड़ी को भी संभावितों में शामिल करने पर सवाल उठने लगे। अब बाहर हुई खिलाडिय़ों ने इसका विरोध किया है।
चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने पर खिलाड़ी भारती भंड़ारी ने यूसीसीसी समन्वयक रत्नाकर शेट्टी और खेल मंत्री से भी शिकायत की। कोई जवाब न मिलने पर अब भारती ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगाई है।
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