नागरिकता संशोधन विधेयक फिर से लाएगी केंद्र सरकार: शिव प्रकाश
प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक को फिर से संसद में पेश करेगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। बांग्लादेश, पाकिस्तान व अफगानिस्तान से भारत आए पीड़ित हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी व ईसाई समुदाय के लोग, जो वहां अल्पसंख्यक थे, उन्हें केंद्र सरकार भारत की नागरिकता देने जा रही है। इस संबंध में केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन विधेयक को फिर से संसद में पेश करेगी। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रांतीय पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों व जिला प्रभारियों की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि ऐेसे जो भी व्यक्ति पार्टीजनों के संपर्क में होंगे, वे उनके फार्म भरवाने में मदद करेंगे। 2021 की जनगणना के साथ ही एनआरसी (नेशनल रजिस्टर आफ सिटिजंस आफ इंडिया) में इनका नाम दर्ज होना आवश्यक है, तभी वे भारत के नागरिक बन पाएंगे।
देश से माफी मांगें कांग्रेस व राहुल
राफेल मामले में भाजपा ने अब कांग्रेस व उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ हमलावर तेवर अख्तियार किए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश ने कहा कि राफेल में राहुल फेल हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी यह साफ कर दिया है राफेल सौदा पूरी तरह से पाक-साफ है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस इस मामले में राहुल गांधी ने जिस तरह के वक्तव्य दिए, उसके लिए कांग्रेस व उसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए। इसे लेकर भाजपा ने शनिवार को जिला मुख्यालयों में देशव्यापी धरना-प्रदर्शन आहूत किया है। उत्तराखंड में सभी जिला मुख्यालयों में भाजपा कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन करेंगे।
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ज्यादा दिन नहीं टिकेगा ये गठबंधन
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तराखंड प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस व एनसीपी गठबंधन ज्यादा नहीं टिकने वाला। इसे वहां की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में कौन सत्ता में आएगा और कौन नहीं, इस पर पार्टी नफा-नुकसान नहीं देखती। लोकतांत्रिक प्रकिया में जो नैसर्गिक गठबंधन था, उसे जनादेश मिला। उसे ही सत्ता में आना चाहिए था, मगर उसके एक पार्टनर ने अपनी प्रतिबद्धता से बाहर जाकर व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए समझौता किया। इस प्रकार का गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चलने वाला। पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेता क्या कहते हैं, क्या नहीं, इसका जवाब देना पार्टी जरूरी नहीं समझती।
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